शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल यूनिवर्सिटी में चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. इसमें 26 मार्च को द कश्मीर फाइल्स फिल्म दिखाया जाएगा. जिस पर कांग्रेस विधायक आरफि मसूद ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने राज्यपाल और चीफ सेक्रेटरी से फिल्म दिखाने से रोकने की मांग की है. चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल में स्टूडेंट को द कश्मीर फाइल्स न दिखाई जाए. शैक्षणिक संस्थानों में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है. देशभक्ति मूवी को कभी टैक्स फ्री नहीं किया गया, लेकिन झूठ और काल्पनिक घटना पर आधारित फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया. कुलपति केजी सुरेश ने कहा कि मूवी में सच दिखाया गया है, तो क्या दिक्कत है.
झूठी और काल्पनिक घटना को फिल्म को बढ़ावा- आरिफ
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी में द कश्मीर फाइल्स फिल्म दिखाई जा रही है. अब शिक्षा संस्था को भी नहीं छोड़ा जा रहा है. देश में नफरत बड़े पैमाने पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है. पहले टॉकीज में टैक्स फ्री कर दिया गया. अब शिक्षा संस्थान को भी नहीं छोड़ा जा रहा. उन्होंने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा कि देश की लड़ाई की फिल्म में कभी टैक्स फ्री नहीं किया जाता. कभी भी मोहब्बत बांटने वाली फिल्मों को बढ़ावा नहीं दिया गया, लेकिन एक झूठी और काल्पनिक घटना को फिल्म को बढ़ावा दिया जा रहा है.
फिल्म दिखाने से रोक लगाने की मांग
मैं राज्यपाल और चीफ सेक्रेटरी से दरख्वास्त करता हूं कि शिक्षण संस्थानों में ऐसी फिल्मों को दिखाने से रोका जाए, क्योंकि वहां बच्चे पढ़ने आते हैं. एक अच्छा वातावरण उस यूनिवर्सिटी का बने, यह प्रयास सब का होना चाहिए. ना कि उसमें भी बंटवारा नफरत फैलाना चाहिए. आरिफ ने आगे कहा कि देश की जनता से भी दरख्वास्त करना चाहता हूं कि आप भी कभी सरकार से सवाल करें, कि नफरत की बजाय बेरोजगारी, महंगाई का सवाल इनसे पूछे. इनकी आंख और कान खोलें.
फिल्म दिखाने पर स्टूडेंट की अलग-अलग राय
वहीं द कश्मीर फाइल्स फिल्म दिखाने को लेकर माखनलाल के स्टूडेंट की अलग-अलग राय है. छात्रों का कहना है कि बच्चों को फिल्म दिखाना चाहिए जिससे उनको इतिहास का पता चले. फिल्म दिखाना चाहिए इस पर रोक नहीं लगना चाहिए. द कश्मीर फाइल्स में ये जरूर है कि एक एजेंडे को बढ़ावा दिया गया है. राइट विंग हो या लेफ्ट विंग, दोनों एक दूसरे को दबाने की कोशिश हमेशा से करते रहे हैं. फिल्म में कुछ दृश्य गलत दिखाए गए हैं.
मूवी में सच दिखाया गया है, तो क्या दिक्कत- कुलपति
मूवी दिखाने के विरोध होने पर माखनलाल यूनिवर्सिटी के कुलपति केजी सुरेश ने कहा कि द कश्मीर फाइल्स मूवी में सच दिखाया गया है तो क्या दिक्कत है. लोकतंत्र में सबकों विरोध करने का हक है. अगर बच्चों को फिल्म में कहीं गलत लगेगा, तो वो सीधे सवाल भी पूछ सकते है. किसी को दिक्कत है, तो वो खुद दूसरे किसी सब्जेक्ट पर फिल्म बना सकते हैं. फिल्म बनाने को लेकर किसी पर रोक नहीं है. कोई भी किसी भी तरह की मूवी बना सकता है, भारत लोकतांत्रिक देश है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें