दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला मामले में नया अपडेट सामने आया है। आरोपी राजेश खिमजी जिस चाकू को लेकर आया था उसे दिल्ली पुलिस ने रिकवर कर लिया है। दरअसल, राजेश मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के घर जाने के लिए चाकू लेकर आया था, लेकिन पुलिस सिक्योरिटी देखकर उसने चाकू को सिविल लाइंस इलाके में ही फेंक दिया था, जिसे अब पुलिस ने बरामद कर लिया है।
रेलवे स्टेशन के बाहर खरीदा था चाकू
सूत्रों ने बताया कि दोनों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ में मालूम हुआ कि राजेश मुख्यमंत्री पर चाकू से हमला करने की फिराक में था। इसलिए उसने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर सब्जी काटने वाला चाकू भी खरीदा था। लेकिन मुख्यमंत्री की कड़ी सुरक्षा को देखकर उसने सिविल लाइंस इलाके में चाकू फेंक दिया था। इस जानकारी के बाद पुलिसकर्मियों की टीम आरोपी के बताए हुए इलाके में चाकू ढूंढ़ने में जुट गई थी।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से खोज निकाला
सूत्रों की मानें तो एक टीम हमलावर के मुख्यमंत्री आवास में आने तक के मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इसके बाद सोमवार को झाड़ियों से चाकू बरामद कर लिया गया। पुलिस ने इसे जब्त कर लिया है। चूंकि तहसीन अपने दोस्त राजेश की दिल्ली यात्रा का खर्च उठा रहा था और लगातार रुपये भी दे रहा था। इसलिए उसे भी आरोपी बनाया गया है।
जोड़ी नई धारा
इस बीच दिल्ली पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामले में सोमवार को आपराधिक साजिश की धारा भी जोड़ दी। पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि हमला अलग घटना नहीं थी। यह सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी। इस वजह से नई धारा जोड़ी गई है।
बीएनएस की धारा 61 लगाई
दोनों आरोपी राजेशभाई खिमजी और तहसीन सईद हिरासत में हैं। पुलिस ने उन पर पर हमला करने एवं अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 61 के तहत आपराधिक साजिश का आरोप भी मामले में जोड़ा गया है। मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है।
दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत
इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी भी हुई है। इस मामले में हमलावर राजेश का दोस्त तहसीन गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों को तीस हजारी कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। गिरफ्तार हुआ दूसरा शख्स तहसीन राजकोट का रहने वाला है।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ाई गई, 40 पुलिसकर्मी तैनात
वहीं, हमले के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा को और भी कड़ा कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने अब उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभालते हुए 40 से अधिक पुलिसकर्मियों को स्थायी रूप से तैनात किया है, जिससे उनकी सुरक्षा का स्तर Z+ श्रेणी का हो गया है। पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दी गई Z श्रेणी की सुरक्षा को समाप्त कर दिया गया है।
एक अधिकारी ने सोमवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा अब दोहरे घेरे में होगी, जिसमें दिल्ली पुलिस के जवान पूरी तरह से तैनात रहेंगे। भीतरी घेरे में दो सशस्त्र अंगरक्षक मुख्यमंत्री के साथ रहेंगे, ताकि किसी भी खतरे का तुरंत जवाब दिया जा सके, जबकि अन्य अंगरक्षक 360 डिग्री निगरानी रखेंगे। बाहरी घेरा सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान भीड़ नियंत्रण, तलाशी और लोगों के प्रवेश की जिम्मेदारी संभालेगा।
जन सुनवाई कार्यक्रमों में होगी कड़ी जांच
अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के सभी कार्यक्रमों, यहां तक कि उनके जन सुनवाई कार्यक्रम में भी आने वाले हर व्यक्ति की कई बार तलाशी ली जाएगी और उनकी पहचान की पुष्टि की जाएगी। यह कदम 20 अगस्त को हुए हमले के बाद उठाया गया है, जब सिविल लाइंस स्थित उनके कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान एक व्यक्ति ने उन पर हमला कर दिया था। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस घटना को उनकी हत्या की ‘सुनियोजित साजिश’ बताया था।
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