रायपुर. राजधानी रायपुर के शिव साईं हनुमान मंदिर गायत्री नगर प्रांगण में रविवार को श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ. उसके पश्चात कलश यात्रा जगन्नाथ मंदिर से शिवसाई हनुमान मंदिर तक 108 कलश यात्रा का आयोजन किया गया.

भागवत के मुख्य यजमान श्रीमती गीता भीवगड़े ने समस्त एवं समस्त कॉलोनी वासी समिति का सहयोग प्राप्त होते हुए यह महापुराण का यज्ञ प्रारंभ हुआ वेदी पूजन एवं व्यास पूजन करते हुए इसके बाद चित्रकूट से पधारे हुए आचार्य शिवानंद जी महाराज कथा महत्व का भक्तों को कथा श्रवण कराया सत चित आनंद ही भगवान है. भगवान के तीन स्वरूप सत चित आनंद आनंद ही भगवान का रूप है इसके पश्चात वेद अभ्यास जी के आश्रम में देवर्षि नारद जी का आगमन हुआ.

सृष्टि की रचना ब्रह्मा जी के द्वारा नर नारायण का अवतार एवं आत्म देव ब्राह्मण की कथा गोकर्ण धुंधकारी का महत्व बताते हुए पांडव और कौरव का युद्ध वर्णन करते हुए और भीष्म पितामह की मुक्ति का वर्णन व्यास महाराज ने बताया. इसके तत्पश्चात पांडवों के यहां परीक्षित का प्राकट्य महोत्सव किया गया इसमें आचार्य उमाकांत शास्त्री एवं आचार्य उदय भान मिश्रा जी मौजूद रहे और सभी भक्तों को भाव विभोर से कथा श्रवण कराया जय श्री राधे जय श्री राधे.