भारत की लग्जरी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में प्रतिष्ठित ब्रांड ‘द लीला’ अब अपने पंख को और भी अधिक फैलाने की तैयारी में है. Schloss Bangalore Ltd, जो कि ‘द लीला पैलेस, होटल्स और रिसॉर्ट्स’ का संचालन करती है और ब्रुकफील्ड का समर्थन प्राप्त है, अब देश के पांच पर्यटन स्थलों – आगरा, श्रीनगर, बांधवगढ़, रणथंभौर और अयोध्या – में नए होटल खोलने जा रही है.
इन पांच परियोजनाओं में कंपनी 1,131 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और इनके माध्यम से 475 लग्जरी कमरे (Keys) उपलब्ध कराए जाएंगे. खास बात यह है कि ये सभी होटल स्वयं कंपनी के स्वामित्व में होंगे और वर्ष 2028 तक संचालन में आ जाएंगे. ये जानकारियां कंपनी की ओर से रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) में साझा की गई हैं.
सबसे बड़ा आईपीओ, सबसे बड़ी उम्मीदें
इस बड़े विस्तार के साथ कंपनी अब 3500 करोड़ रुपये के आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाने जा रही है. इसे भारत के हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम माना जा रहा है. इश्यू की बिडिंग सोमवार से शुरू होगी और प्राइस बैंड 413 से 435 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
आईपीओ दो हिस्सों में विभाजित है :–
2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू, जिसका उपयोग कंपनी अपने पुराने कर्ज को चुकाने के लिए करेगी.
1,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS), जिसमें प्रमोटर संस्था Project Ballet Bangalore Holdings (DIFC) Pvt. Ltd. अपनी हिस्सेदारी बेचेगी.
कर्जमुक्त होने की ओर कदम
मार्च 2025 तक कंपनी पर 3,900 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था. लेकिन आईपीओ से मिलने वाली राशि से इसे पूरी तरह ऋणमुक्त करने की योजना है. इससे कंपनी की बैलेंस शीट और निवेशकों का भरोसा, दोनों मजबूत होंगे.
होटल पोर्टफोलियो की स्थिति
वर्तमान में द लीला के पास 20 होटल्स का पोर्टफोलियो है, जिनमें से 13 होटल्स चालू अवस्था में हैं. इनमें 5 होटल पूरी तरह कंपनी की मिल्कियत हैं, जबकि शेष मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट मॉडल पर आधारित हैं. कुल मिलाकर कंपनी के पास 3,382 लग्जरी कमरों की क्षमता है, जो भारत के 10 प्रमुख पर्यटन और व्यापार केंद्रों में फैली है.
ब्रुकफील्ड की हिस्सेदारी में बदलाव
2019 में ब्रुकफील्ड ने ‘द लीला’ ब्रांड का अधिग्रहण किया था. अब आईपीओ के बाद कंपनी ब्रुकफील्ड की 24% हिस्सेदारी बेचेगी. इससे कंपनी में उसकी भागीदारी घटकर 76% रह जाएगी. ब्रुकफील्ड एशिया-पैसिफिक और मिडिल ईस्ट डिवीजन के प्रमुख अंकुर गुप्ता के अनुसार, यदि आईपीओ ऊपरी बैंड पर लिस्ट होता है, तो हिस्सेदारी में यह बदलाव तय है.
वित्तीय आंकड़ों में दमदार ग्रोथ
कंपनी का EBITDA, जो वित्त वर्ष 2022 में 87.72 करोड़ रुपये था, वह FY24 तक बढ़कर 600.03 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह ग्रोथ न सिर्फ ब्रांड की लोकप्रियता का संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि ‘द लीला’ अब निवेशकों के लिए एक मजबूत और विश्वसनीय विकल्प बनता जा रहा है.
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