सुशील सलाम,कांकेर. बीते 2 साल पहले जनवरी में हुए गोलीकांड मामले में पुलिस ने फरार मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इससे पहले मामले में तीन आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं बताया जा रहा है कि अभी भी एक आरोपी फरार चल रहा है. बता दें कि आरोपियों ने किराना होलसेल व्यापारी से लूट के फिराक में व्यापारी को गोली मार दी थी. हालांकि व्यापारी रूपयों से भरा बैग और अपनी जान बचाकर जंगल के सहारे भागने में कामयाब हो गया था. जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी जान बच सकी थी.
दरअसल घटना 29 जनवरी की शाम राजनांदगांव के किराना होलसेल व्यापारी सुभाष शर्मा पखांजूर से आडर और लाखों रुपए कैश लेकर गोण्डाहुर होते हुए राजनांदगांव जा रहा था. तभी पिव्ही न. 36 के जंगल में आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर मोटर साइकिल से पीछा करते हुए व्यापारी के पीठ में गोली मारल दी थी. व्यापारी रुपयों से भरे झोली लेकर जंगल का सहारा लेकर भागते हुए पिव्ही न. 36 में आ पहुंचा. वहां ग्रामीणों ने पुलिस को खबर देते हुए व्यापारी को पखांजूर सिविल अस्पताल में एडमिट कराया था जहां व्यापारी का जान बच गई थी.
आरोपियों ने पहले से ही लूट की घटना को अंजाम देने के लिए प्लान तैयार किया था, फिर मौका मिलते ही देसी कट्टा से जानलेवा हमला कर दिया. व्यापारी की सूझबूझ से लाखों रुपए एवं खुद की जान बचा पाया. मामले की खबर मिलते ही पुलिस आरोपियों की खोजबीन शुरू किया एवं पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
मामले का मुख्य आरोपी विकाश तालुकदार करीब 2 साल तक फरार रहा. जिसके बाद पुलिस को मुख्य आरोपी को क्षेत्र में होने का सूचना मिलते ही पुलिस गिरफ्तार कर रिमांड पर ले लिया. रिमांड पर लेकर आरोपी से देशी कट्टा के बारे में पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि आरोप के देशी कट्टा को गरियाबंद के अमलिपदर गांव के यासिर अब्बासी नामक व्यक्ति को सात हजार रुपए में बेच दिया है.
पुलिस को तफ्तीश के दौरान पता चला कि आरोपी जिस व्यक्ति को देशी कट्टा बेचा है वह वर्तमान में सेंट्रल जेल रायपुर में हत्त्या के मामले में बंद हैं. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है. वहीं मामले में एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है.