कर्नाटक चुनाव और उसके बाद बने सियासी हालात पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि बीजेपी को 104 सीट मिली थी. भरोसा था कि बहुमत मिलेगा. बहुमत नहीं मिला तो यही सम्मान की बात होती है कि आप अपने पद से इस्तीफा दें. अटल बिहारी बाजपेयी को भी एक बार  संसद में ऐसी स्थिति से गुजरना पड़ा था. सम्मान की बात यही है कि सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में बगैर तोड़फोड़ किये प्रयास किया. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया गया. यदियुरप्पा को लगा कि बहुमत नहीं है तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया. अब कांग्रेस और जीडीएस सरकार बनाएगी.

कांग्रेस की सबसे बड़ी पराजय तो यही है कि कांग्रेस लगातार पिछड़ रही है. एक नम्बर पर रहने वाली पार्टी आज दूसरे और तीसरे नम्बर पर पहुँच गई है. एक राष्ट्रीय पार्टी आज क्षेत्रीय दल के रूप में अपनी पहचान बनाती जा रही है. देश की सबसे बड़ी पार्टी रही कांग्रेस आज देश मे केवल 5 फीसदी हिस्से में ही सिमट कर रह गई है. यूपी- बिहार समेत सभी क्षेत्रों में कांग्रेस चौथे स्थान पर जा रही है. उसके लिए यही पर्याप्त है कि किसी क्षेत्रीय दल के साथ चिपक कर अपना अस्तित्व बचा ले. कांग्रेस अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही है. हालात यह हो गई कि अब इस पार्टी की राष्ट्रीय दल की मान्यता भी धीरे-धीरे खतरे में पड़ रही है. लग रहा है कि कहीं राष्ट्रीय दल की मान्यता भी खत्म ना हो जाये.

मुख्यमंत्री ने कहा कि  क्षेत्रीय दल की बैशाखी के सहारे कांग्रेस अपना वजूद बचा रही है. गोंडवाना गणतंत्र जैसी पार्टी के साथ जा रही है. अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है.क्षेत्रीय दलों के साथ अपने को बचाने के लिए  साथ ही उन्होंने कहा कि  कांग्रेस वाले कब धक्का देते है इसका कोई ठिकाना नहीं है. ऐसी सरकार बनती है तो उसकी उम्र ज्यादा नहीं होती. हम तो उम्मीद करते हैं कि सरकार बची रहे….