श्री हरमंदिर साहिब से गुरबाणी के सीधे प्रसारण को फ्री करने और सभी चैनलों को इसका प्रसारण करने का अधिकार मिलने को लेकर उठा विवाद अब राजधानी दिल्ली तक पहुंच गया है।

इस मामले को लेकर दिल्ली के सिख संगठनों एवं सिख जत्थेबंदियों ने सख्त विरोध जताते हुए पंजाब सरकार को चेतावनी दी कि वह सिखों के धार्मिक मामले में हस्तक्षेप न करे।

Sikh jathas (groups) perform kirtan inside the Sanctum Sanctorum of the Golden Temple in Amritsar photo vishal kumar

इस मामले को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व महासचिव गुरमीत सिंह शंटी ने पंजाब सरकार और इस मसले का समर्थन करने वालों को आड़े हाथों लिया।

शंटी ने बाकायदा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर पर भी पलटवार करते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीबी जागीर कौर श्री दरबार साहिब से गुरबाणी प्रसारण को लेकर नई-नई सलाह दे रही हैं।

बार-बार गुरबाणी प्रसारण मामले को बिजनैस से जोड़कर देख रही हैं लेकिन शायद वह यह भूल गई हैं कि जब वह एस.जी.पी.सी. की अध्यक्ष हुआ करती थीं, तब उन्होंने ही एक निजी चैनल को गुरबाणी का सीधा प्रसारण करने की इजाजत दी थी।

इस दौरान गुरमीत सिंह शंटी ने बीबी जागीर कौर से जुड़े कई दस्तावेज भी दिखाते हुए कहा कि उन्होंने जो प्रसारण के लिए समझौता किया था उसमें साफ लिखा है कि इस दौरान जो विज्ञापन से धन प्राप्त होगा, उसका 10 प्रतिशत लाभ एस.जी.पी.सी. को भी जाएगा।

The matter of free broadcast of Gurbani reached Delhi, Sikh organizations and Sikh organizations of Delhi warned the Punjab government