सुशील सलाम,कांकेर. जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने निकलकर आया है. जहां एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को इंसाफ दिलाने के बजाय उसके साथ ही मारपीट की गई है. उसे ही भला-बुरा कहते हुए गांव में बैठक बुलाकर दोषी ठहरा कर पीट रहे है. साथ ही उसके पड़ोस की एक महिला को बैठक में बुलाकर महिला सामूह की महिलाओं के द्वारा पीटा गया है. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. जिसके बाद पुलिस महकमा भी हरकत में आ गया है. मामला कांकेर जिले के बांदे थाना का है.

वायरल वीडियो में आपको साफ दिखाई दे रहा है कि गांव का युवक गांव वालों की मौजूदगी में नाबालिग की पीटाई कर रहा है. वो भी इसलिए की गांव में बैठक के दौरान पीड़ित बच्ची को थाना में दूसरे आरोपी के खिलाफ शिकायत नहीं करने को लेकर दबाव बनाया गया था. क्योंकि दूसरा आरोपी दिव्यांग है. इसी बात को लेकर उल्टा पीड़िता और उसके पड़ोसी महिला के साथ मारपीट की गई. इस मामले को दबाने के लिए गांव में बैठक बुलाया गया था. जिसके बाद उनके साथ मारपीट की गई है. जबकि मुखिया ने गांव में वैठक बुलाया और पूछताछ करने पर नाबालिग ने खुलासा किया है कि 65 साल के बुजुर्ग एवं गांव के युवक श्याम द्वारा उसके साथ दुष्कर्म किया गया.

पीड़िता महिला गीतांजलि ने बताया कि उसे गांव की महिला सामूह की महिलाओं के द्वारा बैठक में जबरन बुलाकर ले जाया गया. उसके बाद उसके साथ महिलाओं द्वारा मारपीट किया गया. किस लिए मारपीट कर रहे वो भी नहीं बताया. लेकिन नाबालिग पीड़िता से दुष्कर्म मामले में मारपीट हुई है. 

आरोपी के बेटे अनूप बिश्वास ने कहा कि उसके पिता को फंसाया जा रहा है. उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है. उसने बताया कि गांव वालों ने उसके साथ भी मारपीट की है. रोज-रोज उनके साथ मारपीट करते है. उनके पिता का इलाज भी अस्पताल में चल रहा है. अनूप गांव के कुछ लोगों पर मारपीट का आरोप भी लगा रहा है.

इस मामले में गांव के मुखिया गोविन्द वैध का कहना है कि गांव में मारपीट का मामला आया है. वो खुद ही गांव वालों को मना कर रहे थे कि नाबालिग के साथ मारपीट न करें. लेकिन किसी ने नहीं सुनी और उसके साथ मारपीट की गई. इस मामले में पुलिस थाने में शिकायत की गई है पुलिस मामले को देख रही है.

यह घटना 9 सितंबर का है. जहां एक नाबालिग ने विष्णुपुर ग्राम पंचायत निवासी 65 वर्षीय निरासू विश्वास के खिलाफ बांदे थाने में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता को 3 माह की गर्भवती भी है. बताया जाता है कि मामले को रफा-दफा करने और एक विकलांग आरोपी को बचाने के लिए आरोपित पक्ष ने गांव में बैठक बुलाई थी, जिसमें पीड़िता व उसके साथ आई महिला के साथ मारपीट की गई.

इतना सब होने के बावजूद भी पुलिस इस मामले में अभी ज्यादा कुछ भी नहीं कर पाई है. पीड़िता को इंसाफ दिलाने के बजाय गांव की भीड़ उसे ही पीट रही है. यह कहा का इंसाफ है कि गांव के ही लोग उसके मामले को दबाने और एक आरोपी का नाम थाने में नहीं बताने का दवाब बना रहे है. ऐसा नहीं करने पर उसके साथ युवक द्वारा मारपीट कर रहे है. गांव की भीड़ ने तो अपना काम कर दिया है, अब देखना यह होगा की पुलिस इस मामले में क्या करती है.

देखें वीडियो…

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