लक्ष्मी कांत बंसोड़, बालोद. जिले के डौंडी जनपद पंचायत में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. जहां एक दिव्यांग को अपनी पेंशन के लिए 10 महीने से अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
दिव्यांग रामधन नेताम डौंडी विकासखण्ड के अवारी गांव में रहते हैं. जिनकी उम्र 70 साल हो चुकी है. दिव्यांग रामधन को 350 रुपए प्रति माह वृद्धा पेंशन मिलती थी, जो विगत 10 माह से नहीं मिल रही है. इसी वजह से दिव्यांग रामधन को ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
रामधन बताते हैं कि वे दिव्यांग होने के बाद भी बुढ़ापे के एकमात्र सहारे पेंशन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा 10 माह से पेंशन नहीं मिल रहा है.
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बता दें कि अवारी गांव महिला एवं समाज कल्याण विभाग की मंत्री अनिला भेड़िया का विधानसभा क्षेत्र में आता है. जिसके बावजूद दिव्यांग को पंचायत के सचिवों द्वारा चक्कर कटवाया जा रहा है.
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वहीं पूरे मामले में डिप्टी कलेक्टर अविनाश ठाकुर ने कहा कि आपके माध्यम से जानकारी होने के बाद अपने अधिकारियों को ग्राम पंचायत भेज कर 10 माह से पेंशन नहीं मिल रहे बुजुर्ग को तत्काल पेंशन दिलाया जाएगा.
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पूरे मामले में मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि पीयूष सोंनी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए lalluram.com का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. दिव्यांगों को किसी भी प्रकार से भटकना नहीं पड़ेगा. कल तक जल्द से जल्द पैसों का भुगतान करा दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा है कि दुबारा किसी को तकलीफ न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा.
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