गौरव जैन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में एड्स (HIV) संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 252 तक पहुँच गई है, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गई है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बीते नवंबर माह में ही 8 नए HIV पॉजिटिव मरीज मिले हैं, यह संख्या जो एक छोटे जिले के काफी चौंकाने वाली है। इनमें जनरल मरीजों के अलावा ऐसे कम उम्र के युवा भी शामिल हैं, जो इंजेक्शन के माध्यम से नशा करते हैं।
बता दें कि HIV दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक बिमारी है। बीते दिन अंतरराष्ट्रीय विश्व एड्स दिवस भी मनाया गया था, जिसमें एड्स से बचने के उपायों पर चर्चा की गई। जैसे असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित खून का इस्तेमाल आदि के विषय में जानकारी जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा कार्यक्रम के जरिए लोगों को उपलब्ध कराई गई थी।
हम लोगों की कर रहे काउंसलिंग – CMHO रामेश्वर शर्मा
CMHO रामेश्वर शर्मा ने बताया कि जिले में HIV पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 250 के पार पहुँच गया है, जो काफी चिंता का विषय है। हम लगातार इस संक्रमण को फैलाने से रोकने के उद्देश्य से काम कर रहे हैं। बीते 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर हमने इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया था, ताकि लोग इससे डरे नहीं बल्कि खुद भी जागरूक हो और दूसरे लोगों की मदद के लिए आगे आए। अगर कोई एड्स से संक्रमित है तो उसे भेदभाव नहीं होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि HIV का ट्रीटमेंट उपलब्ध है और हमारे पास भी इसकी व्यवस्था है। हम लोगों की काउंसलर के माध्यम से काउंसलिंग कर रहे हैं। लोगों को यह जानना जरूरी है कि किसी बीमारी को छिपाने से उसका इलाज संभव नहीं है, उन्हें निश्चिन्त होकर जांच कराना चाहिए।
नशीले इंजेक्शन का सेवन बन रहा HIV फैलने का कारण – ICTC काउंसलर अजरा खान
ICTC (Integrated Counselling and Testing Centre) काउंसलर अजरा खान ने बताया कि जब से जिला हॉस्पिटल बना है, तब से जांच में बढ़ोतरी हुई है, जिससे HIV के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मौजूदा समय में जिले में 250 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, जिनमें से 8 बीते नवंबर महीने में सामने आए हैं।
HIV मामलों में वृद्धि के लिए नशीली दवाओं के दुरुपयोग को जिम्मेदार ठहराते हुए अजरा खान ने बताया कि इन 8 मरीजों में से 4 मरीज सामान्य हैं और अन्य 4 को इंजेक्शन की वजह से HIV हुआ है। उन्होंने बताया कि इंजेक्शन से HIV फैलने के मुख्य तौर पर दो कारण होते हैं, इनमें से पहला कारण संक्रमित व्यक्ति की सुई किसी दूसरे पर इस्तेमाल करने पर और दूसरा इंजेक्शन से नशीली दवाओं का सेवन है। आजकल युवाओं में नशीली इंजेक्शन लेने का चलन बढ़ रहा है, जिन्हें IDU (Injecting drug user) कहा जाता है। ऐसे मरीज जिले के कई इलाकों से सामने आए हैं। हैरानी की बात यह है कि इन सबकी उम्र 30 साल से भी कम है।
इंजेक्शन से ऐसे फैलता है HIV का संक्रमण
ICTC काउंसलर अजरा खान ने बताया कि जो युवा नशे के लिए इंजेक्शन वाली दवाएं लेते हैं, वह एक ही इंजेक्शन को आपस में साझा कर बार-बार इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ग्रुप में दो, चार या उससे ज्यादा युवक शामिल हो सकते हैं। कोई युवक अगर एक संक्रमित के साथ नशा कर दूसरे ग्रुप में जाता है और वहां उनके साथ उसी सिरिंज या सुई का इस्तेमाल नशा करता है तो ऐसे में संक्रमण तेजी से फैलता है। ऐसे में अगर कोई शादीशुदा है तो फिर वह अपनी पत्नी को संक्रमित कर देता है और अगर वह गर्भवती है तो फिर यह संक्रमण उसके बच्चे तक भी पहुँच जाता है।
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