जीतेन्द्र सिन्हा. राजिम. नगर पंचायत के विनायक नगर वार्ड क्रमांक 12 के निवासियों ने भीषण गर्मी व नौ तपे की चिलचिलाती धुप में पेड़ो को ड्रिप लगा कर जान बचाने में जुटे है,पानी की बचत के साथ साथ पेड़ो में नमी बनी रहे इसके लिए देशी जुगाड़ से पेड़ो में बकायदा  पानी दिया जा रहा है.

 नगर के शासकीय फनीकेश्वर नाथ महाविद्यालय के सामने खाली पड़े मैदान के चारों ओर तकरीबन 35 से भी अधिक पेड़ लगे है ये पेड़ इतने आसानी से बड़े नहीं हुए इसके पीछे वार्ड वासियों की कड़ी मेहनत व संघर्ष की कहानी है. दरअसल साल 2019-2020 मे कोरोना काल में लॉकडाउन के दरमियाँन वार्ड के कुछ शिक्षक, व्यपारी, युवा, डॉक्टर व स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने यह सोचा की कोरोना काल में लोगों को ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा जरूरत थी आक्सीजन के नहीं मिलने से लोगो की जान तक चली गईं ये सब देखकर,  मुहल्ले वाशियो ने खाली न बैठकर कालेज मैदान में पेड़ लगाने एक अभियान छेड़ी.

लॉकडाउन में बनी योजना

कोरोना काल में लॉकडाउन लगा था कोरोना और पुलिस के डर में लोग घर से बहार नहीं निकलते थे तब वार्डवासियों ने सोचा कि खाली समय में क्यो ना पेड़ लगाते हैं योजना बना कर कॉलेज मैदान में पौधा लगाना शुरू किए और 35 फलदार, छायादार पौधे रोपे गए फिर मिली बड़ी चुनौती.

एक जिम्मेदार अधिकारी की बात नकरात्मक बाते दिल में बैठ गईं.

कॉलेज मैदान में जब पौधे लग गए तो इनकी सुरक्षा के लिए वार्ड के लोग वन विभाग से ट्री गार्ड की मांग किये तब उस वक्त एक अधिकारी ने यह कह कर बात टाल दिया कि जिस जमीन पर पेड़ लगा रहे वह बंजर है. उन्होंने कहा था कि इस भूमि है 35 पेड़ क्या एक पेड़ नहीं लगेगा यह बात वार्ड वासियों के दिल में लग गई और चैलेंज के तौर पर उसी भूमि पर 35 पौधे लगा दिए वार्ड वासियों की मदद से ट्री गार्ड भी खरीदे और सुबह शाम सब मिल कर 35 पौधे में पानी डालते गए धीरे धीरे पौधे पेड़ का रूप ले रहे है.

ड्रिप चढ़ा कर बचा रहे है पेड़ों की जान जिम्मेदारी से वार्डवासी ने पेड़ों की रक्षा कर रहे है देखे कि पेड़ में 5 लीटर पानी डालने से सब बह जा रहा है तब रवि साहू, जागेश्वर वर्मा, मोनू गुप्ता , रेवती रमन साहू, शशि साहू, अखलेसवर वर्मा, तीरथ साहू, रूपेंद्र साहू, लीशा साहू, झिलमिल साहू, कान्हा साहू, पीहू साहू, राजवीर साहू, तानु साहू, युवान साहू, मिस्ठी गुप्ता, ईशा, दादू वर्मा सभी ने देशी जुगाड़ लगा कर 35 पौधों ने ड्रिप लगा दिए जिससे अब पानी बर्बाद नहीं होता और बुंद-बुंद पानी पेड़ों के जड़ो तक पहुंच रहा है जब कोई भी कालेज मैदान में जाते है तो बंजर भूमी में हरियाली की इस मुहिम की खूब तारीफ करते हैं.