आपने कई शादियां देखी होगी, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी अनोखी शादी के बारे में बताने जा रहे हैं जो शायद ही आपने कभी सुनी या फिर देखी होगी. एक ऐसी लड़की जो 13 साल पहले एक घर में काम करने आई थी और उसी घर से उसे बेटी बनाकर विदा किया गया. समाज को नई दिशा देने वाली ये शादी पटना में हुई, जहां 13 साल पहले गुड़िया किदवईपुरी के आनंद कॉलोनी में रहने वाले सुनील सिंह के घर काम करने आई थी, लेकिन वो जब इस घर से विदा हुई तो किसी बेटी की तरह ही दुल्हन बनकर. गुड़िया ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इस घर से उसकी विदाई शादी के बाद बेटी के जैसी धूमधाम से होगी.

गुड़िया की शादी धूमधाम से की गई. उसकी शादी में वो सब कुछ हुआ जो एक पिता अपनी बेटी की शादी में करवाता है. पकवान बनाए गए, मंडप सजाए गए. सिर्फ घर ही नहीं गली मोहल्लों की सजावट भी की गई और खूबसूरत लाइटिंग की गई. इसके बाद बारात घर आई और विवाह हुआ.

पिता रोज बेटी को पिटता था, खाना नहीं नहीं मिलता था
सुनील सिंह ने बताया कि 13 साल पहले वो काम कराने के लिए गुड़िया को पटना स्थित अपने घर लेकर आए थे. उस समय गुड़िया की उम्र 6 या 7 साल की थी. गुड़िया के पिता बेरोजगार हैं और वह हमेशा गुड़िया और उसके छोटे भाई बहनों की पिटाई करते थे. उसे घर में दो वक्त का खाना तक नहीं मिलता था. गुड़िया घर में सबसे बड़ी थी. ऐसे में अपने भाई बहनों की जिम्मेदारी भी गुड़िया पर थी.


बेटी की तरह हर एक चीज का ख्याल रखा: सुनील
गुड़िया घर-घर काम करने लगी. ऐसे में ही उसकी मुलाकात सुनील सिंह से हुई और सुनील उसे घर लेकर आए, जहां वह उनके घर का काम करती थी. धीरे-धीरे गुड़िया से लगाव हो गया. सुनील सिंह कहते हैं कि गुड़िया इतनी संस्कारी बच्ची है कि छोटी उम्र से लेकर अब तक बिल्कुल मेरी बेटी की तरह मेरी हर एक चीज का ख्याल रखा. गुड़िया को कभी भी डांटने की जरूरत ही नहीं पड़ी. वह मेरी बेटी की तरह ही है. यही वजह है कि मैं एक बेटी का पिता हूं लेकिन फिर भी अपनी बेटी से पहले मैं गुड़िया का कन्यादान कर रहा हूं.

हमेशा बेटी की तरह प्यार मिला: गुड़िया
सुनील सिंह ने गुड़िया की शादी धूमधाम से कराई. दुल्हन बनी गुड़िया कहती हैं कि मेरे अपने माता-पिता से अच्छे ये माता-पिता हैं, जिन्होंने मुझे बचपन से लेकर अब तक बहुत प्यार किया. इनके यहां काम करती हूं मैं लेकिन हमेशा बेटी की तरह इन्होंने प्यार किया और आज कन्यादान भी कर दिया.