आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर में तमाम कोशिशों के बावजूद भी सड़क हादसों की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. बीते 3 सालों में साल 2023 में सड़क हादसों के लिए काफी अशुभ साबित हुआ है. बस्तर जिले में सालभर में हुए 427 सड़क हादसों में कुल 220 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.

जगदलपुर शहर में कुल 167 सड़क दुर्घटनाएं हुई है, जिसमें 52 लोगों ने अपनी जान गवाई है. हादसों की वजह से सड़क पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने के साथ ही हाईवे पेट्रोलिंग और ड्रिंक एंड ड्राइव मामलों पर कार्रवाई के दावों के बावजूद भी सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहा है. 1 जनवरी से 30 नवंबर तक जिले में सड़क हादसे के 427 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इनमें से 220 लोगों की मौत हुई है, जबकि 299 लोग घायल हुए हैं. जबकि इन आंकड़ों में दिसंबर के दौरान हुए सड़क हादसे शामिल नहीं किए गए हैं. आंकड़ों में जो अंतर दिखाई दे रहा है उसमें साल 2023 में नए साल में सर्वाधिक हादसे दर्ज किए गए हैं.

एक और अंतर जो सड़क हादसों के मामले में नजर आ रहा है वह यह कि बस्तर में जैसे-जैसे अंदरूनी इलाकों में नई सड़क बन रही है, वहां ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़क हादसे के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हादसों में मौत की सबसे बड़ी वजह हेलमेट का उपयोग नहीं करना है और शराब पीकर गाड़ी चलाना है. हादसों में अधिकांश दुपहिया वाहनों की वजह से हो रहे हैं. फिलहाल पुलिस का दावा है कि सड़क हादसों को रोकने के लिए जो भी आवश्यक कदम है वह पुलिस के द्वारा उठाए जा रहे हैं.