कानपुर. उत्तर प्रदेश के दो जिलों में रविवार को जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई है. 25 से ज्यादा लोग घायल है, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. देहात के रुरा मड़ौली गांव का मामला बताया जा रहा है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.दरअसल जहरीली शराब ने अपना कहर बरपा दिया है. कानपुर देहात के रूरा में मड़ौली गांव में 6 लोगों की मौत हो गई. शनिवार को कानपुर के सचेंडी में 5 लोगों की मौत के बाद रविवार तड़के एक और शख्स ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. दोनों जिलों में अब तक कुल 12 लोगों की मौत हो चुकी है. 25 से ज्यादा लोगों का इलाज चल रहा है. इनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. उन्होंने शोक संतप्त परिवारीजन के प्रति अपनी संवेदना भी जताई. उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, प्रमुख सचिव आबकारी कल्पना अवस्थी व कई अधिकारियों ने लाला लाजपत राय अस्पताल पहुंचकर पीडि़तों का हाल चाल जाना. डॉ. शर्मा ने बेहतर उपचार के साथ दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए. बताया जा रहा है कि सरकारी ठेके से खरीदी की गई थी ये देसी शराब, जिसे पीकर लोगों की मौत हुई है.
आबकारी निरीक्षक एनके मिश्रा की तहरीर पर मड़ौली के ठेका अनुज्ञापी सतीश मिश्रा और सेल्समैन सरमन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने सेल्स मैन को गिरफ्तार किया है. मड़ौली के मृतक श्याम सिंह के भाई रणविजय की तहरीर पर कारोबार को संरक्षण देने वाले सपा के पूर्व विधायक रामस्वरूप सिंह गौर, उनके नाती नीरज सिंह व विनय सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
ग्रामीणों का कहना है कि कई गांवों में कच्ची शराब की भट्ठियां खुलेआम धधक रही है. पुलिस विभाग का संरक्षण प्राप्त होने के चलते खुलेआम शराब की बिक्री भी होती है. वहीं पुलिस का कहना है कि ऐसा मामला संज्ञान में नहीं आया है. मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.