अंबिकापुर- पंचायत एवं ग्रामीण विकास लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज पीजी कॉलेज मैदान अम्बिकापुर में आयोजित कोटवार संघ के सम्मेलन में पहुंचे. समारोह में सिंहदेव ने कहा कि कोटवारों के लिए गांवों में जमीन आरक्षित रहती है, जिससे प्राप्त होने वाली आमदनी उन्हें पारिश्रमिक के रूप में प्राप्त होती है. उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से ही कोटवारों के लिए यह प्रथा चली आ रही है. वर्तमान में भी कोटवार पंचायत द्वारा दी गई जमीन पर खेती करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे विचार से कोटवारों को कम से कम कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक मिलना आवश्यक है. यदि किसी कोटवार के पास जमीन है तो उससे होने वाली शुद्ध आय की गणना करते हुए कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक दिया जाना जरूरी है. यदि जमीन से होने वाली आय कलेक्टर दर से कम है तो अंतर की राशि उन्हें दी जानी चाहिए.

उन्होंने बताया कि पारम्परिक रूप से कोटवार के परिवार के सदस्यों को ही कोटवारी का दायित्व प्राप्त होता रहा है. कोटवार की मृत्यु होने पर उनकी पत्नी को भी कोटवार बनाया जाता रहा है. कोटवार के बच्चे नहीं होने पर उसके रिश्तेदार को भी कोटवार बनाया गया है. उन्होंने कोटवारों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा कोटवारों को कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक देने पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है. इस अवसर पर जिले के कोटवार बड़ी संख्या में उपस्थित थे.