शब्बीर अहमद, भोपाल। भोपाल के रचना नगर में विधायकों और सांसदों के रहने के लिए टॉवर बनाया गया लेकिन जनप्रतिनिधियों को शायद रचना टॉवर रास नहीं आ रहा है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि विधायकों और सांसदों ने फ्लैट तो आवंटित करवा लिए लेकिन माननीय किश्तें नहीं भर रहे हैं.

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तीन दर्जन विधायकों के फ्लैट निरस्त

किश्त न भर पाने के कारण पिछलों दिनों तीन दर्जन से ज्यादा विधायकों के आवंटन निरस्त कर दिए. ये सभी लंबे समय से किश्त नहीं भर रहे थे. जिसके कारण निरस्त किया गया है. जनप्रतिनिधियों फ्लैट में रुचि नहीं दिखाने के बाद फैसला लिया गया था कि मंत्रालय की कर्मचारी भी इसे ले सकते हैं, लेकिन उन्होंने भी इससे दूरी बना ली.

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आमने-सामने बीजेपी और कांग्रेस

बीजेपी विधायक रामेश्वर पटेल का कहना है कि जब बुक किया गया था तो, कीमत कम थी लेकिन अब कीमत बढ़ गई है. विधायकों की मर्जी लेना है या नहीं. वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि शिवराज सरकार मे कोई भी प्रोजेक्ट कम लागत से शुरू होता है और बनने के बाद कई गुनह महंगा हो जाता हैं.

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सवा सौ करोड़ का प्रोजेक्ट, काटे गए थे डेढ़ सौ पेड़

रचना टावर में 350 फ्लैट बनाए गए हैं. इसमें से 120 एचआईजी,120 सीनियर एमआईजी, 80 जूनियर एमआईजी और 30 एलाईजी फ्लैट शामिल हैं. इसमें से विधायकों के लिए 102 फ्लैट बनाए गए हैं. करीब सवा सौ करोड़ रुपये की इस योजना के लिए करीब डेढ़ सौ पेड़ काटे गए थे, जिसका काफी विरोध भी हुआ था. इधर, आवास संघ की देनदारी बढ़ती जा रही है. संघ को करीब 38 करोड़ रुपये लेने हैं.