नीरज उपाध्याय, सारण. Attack on Police: सारण के मांझी थाना क्षेत्र के चकिया गांव में एससी/एसटी मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम पर हमले की घटना सामने आई है। आरोपियों के परिजनों ने पुलिस टीम पर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में प्रशिक्षु दारोगा विपुल कुमार, चौकीदार रामदेव यादव, ललन मांझी और चालक वीरेंद्र कुमार सिंह घायल हो गए। सभी का इलाज मांझी सीएचसी में कराया गया है।

आरोपियों को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस

जानकारी के अनुसार, चकिया गांव के अमरजीत कुमार साह उर्फ साहेब साह, राजेश रावत, और राजा रावत एससी/एसटी मामले में आरोपी हैं। गुरुवार शाम को मांझी थानाध्यक्ष द्वारा पीएसआई विपुल कुमार को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया। विपुल कुमार ने पुलिस टीम के साथ लगभग 8:30 बजे आरोपियों को गिरफ्तार कर वाहन में बैठा लिया।

आरोपियों को छोड़ने का बनाया दबाव

गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम जैसे ही आगे बढ़ी, 15-20 की संख्या में शरारती तत्व लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों के साथ पहुंच गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज करते हुए धमकी दी और हिरासत में लिए गए आरोपियों को छोड़ने का दबाव बनाया, जब पुलिस ने उनकी मांग नहीं मानी, तो उन्होंने पुलिस वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।

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हमले में एक आरोपी फरार

हमले के दौरान शरारती तत्वों ने आरोपी अमरजीत कुमार साह को पुलिस वाहन से खींचकर भगा दिया। हालांकि, पुलिस ने अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें थाने ले जाने में सफल रही। घटना को लेकर पीएसआई विपुल कुमार ने मांझी थाने में महिला और पुरुष सहित 10 नामजद तथा 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि, चकिया गांव में पुलिस पर हमले की यह दूसरी घटना है। 2019 में भी आरोपियों ने एएसआई विद्यनंद मिश्र और उनकी टीम पर हमला किया था। फिलहाल, पुलिस फरार आठ नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

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