नई दिल्ली: मशीनें इंसान अपनी सहूलियतों के लिए बना रहा है लेकिन वही मशीनें इंसान की दुश्मन भी बन सकती है. उसके लिए परेशानी का सबब बन सकती है. ऐसा ही कुछ सैन फ्रांसिस्को में देखने को मिल रहा है यहां के स्ट्रीट पर एक रोबोट के आतंक से लोग आतंकित हैं. मिली खबरों के मुताबिक रोबोट बेघर गरीबों को परेशान कर रहा है. वो बच्चों और लड़कियों की तस्वीरें भी खींच रहा है. जिसकी वजह से लोगों की प्रायवेसी पर भी संकट आ गया है.
दरअसल ये सेक्यूरिटी रोबोट है जिसे इस लिहाज से रखा गया था कि वह शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा. इसके रहने से यहां अपराधों में कमी आएगी. लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ उल्टा ये लोगों की परेशानी का सबब जरुर बन गया. जब रोबोट के खिलाफ सोशल मीडिया में लोगों ने अपना गुस्सा उतारा तो उसके बाद उसे हटा दिया गया.
रोबोट बनाने वाली कंपनी नाइटस्कोप ने के-5 नाम का रोबोट ‘द सैन फ्रांसिस्को सोसायटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएल्टी टू एनिमल’ (SPCA) के लिए बनाया था. रोबोट का कार्य था कि वह बेघर और गरीब लोगों को बिल्डिंग्स के नीचे सोने से रोक सके. लेकिन रोबोट के खिलाफ इन लोगों को परेशान करने के साथ ही फाइन वसूल करने की शिकायतें आने लगी.
ट्वीटर में लोगों ने रोबोट की नियुक्ति को लेकर आड़े हाथों लेने लगे. कुछ ने कहा अगर इतना पैसा इन गरीबों और बेघरों पर खर्चा किया जाता तो इनका भला हो गया रहता
बिजनेस टाइम्स को द सैन फ्रांसिस्को सोसायटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएल्टी टू एनिमल के अध्यक्ष जेनिफर स्कार्लेट ने कहा- ”फुटपाथ पर टेंट और बाइक होने की वजह से वहां कोई अच्छे से चल नहीं सकता. इसकी सुरक्षा के लिए रोबोट को लगाया गया था.”
वहीं SPCA के रिलेशन मैनेजर डिजीन ने कहा- पिछले साल हमें रोबोट से कई फायदे हुए. स्ट्रीट पर कोई चोरी या फिर अपराध कम हुए. वहीं रोबोट बनाने वाली कंपनी ने इस खबर को पूरी तरह से नकारते हुए कहा है कि रोबोट में कोई परेशानी नहीं है. खबर पूरी तरह से गलत है.