दिल्ली. कोरोना संक्रमित अंडरवर्ल्ड डॉन Rajendra Nikalje उर्फ Chhota Rajan की आज 7 मई को कोरोना के चलते मौत की खबर आई, अंडरवर्ल्ड डॉन की मौत की खबर झूठी निकली है. छोटा राजन की मौत की खबर को गलत करार देते हुए दिल्ली के एम्स अस्पताल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि वो ज़िंदा है और उनका इलाज किया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि छोटा राजन का कोरोना से निधन हो गया है.
Chhota Rajan को कुछ हफ्ते पहले 26 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव होने पर AIIMS में भर्ती किया गया था. 61 वर्षीय छोटा राजन को 2015 में बाली से लाकर तिहाड़ जेल में रखा गया था. तिहाड़ जेल में रहने के दौरान छोटा राजन को कोरोना हो गया था. जिसके बाद एम्स में भर्ती कराया गया था. छोटा राजन के खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा मामले चल रहे हैं, जिनमें से लगभग 4 मामलों में उसे कोर्ट से सजा हो चुकी है. छोटा राजन उर्फ़ सदाशिव तिहाड़ जेल परिसर की जेल नंबर 2 के अति सुरक्षित वार्ड में रखा गया था. कोरोना होने के बाद एम्स लाया गया है.
छोटा राजन और दाऊद इब्राहिम कभी एक ही गिरोह में हुआ करता था लेकिन दाऊद की भारत विरोधी शक्तियों के साथ मिलने के बाद छोटा राजन उससे अलग हो गया था. इसके बाद बैंकॉक में दाऊद के आदमियों ने छोटा राजन पर हमला भी किया था. जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसके पेट की एक महत्वपूर्ण आंत को खासा नुकसान पहुंचा था.
इसके बाद डॉन को सीबीआई द्वारा जारी कराए गए इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर मलेशिया में गिरफ्तार कर लिया गया था और उसे साल 2015 में भारत डिपोर्ट करके लाया गया था. भारत लाए जाने के बाद भी सुरक्षा कारणों के चलते उसे मुंबई की जेलों में नहीं रखा गया क्योंकि यह आशंका थी कि दाऊद समर्थित ग्रुप उसके खिलाफ षड्यंत्र रच सकते हैं और मुंबई की जेल में उस पर हमला हो सकता है. इस आशंका के मद्देनजर छोटा राजन को सभी मामलों की सजा भुगतने के लिए दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया था.