अभिषेक सेमर, तखतपुर। नगर के मध्य सदर बाजार स्थित अंग्रेजों के जमाने में निर्मित डेढ़ सौ वर्ष पुराने जनपद मीडिल स्कूल को आज जमींदोज कर दिया गया. वर्षों से जर्जर पड़े इस स्कूल का इतिहास बहुत पुराना है. तखतपुर में यही एकमात्र स्कूल था, जहां तखतपुर के बहुत से नागरिक शिक्षा ग्रहण किए. आज उनमें से कई विधायक तो नगरपालिका के अध्यक्ष, पार्षद, शासकीय कर्मचारी, राजनेता, व्यापारी और अफसर है. इन सभी को शिक्षा देने वाला यह स्कूल आज मिट्टी के ढेर में तब्दील हो गया.
सालों से जर्जर होकर खंडहर के रूप में तब्दील इस स्कूल को आज नगर पालिका तोड़कर कर जमींदोज कर दिया. क्योंकि वहा पढ़ने वाले बच्चों को जर्जर भवन से बहुत ही खतरा साबित हो रहा था.
सन 1870 में बने तखतपुर के सबसे पुराने स्कूल को आज टूटते देखने के लिए लोगों का हुजूम लग गया था. सभी के जुबां पर एक ही बात थी की इस स्कूल में हमने पढ़ाई की है और इस स्कूल से हमारी बहुत सारी पुरानी यादें जुड़ी है. इसे टूटते देख मन बहुत ही दुखी है.
सन 1870 अंग्रेज जमाने में निर्मित जनपद मीडिल स्कूल जर्जर हो गया था. जर्जर भवन को नगर पालिका अध्यक्ष अमरिका कृष्ण कुमार साहू ने विधायक धर्मजीत सिंह के मार्गदर्शन में नगर में विकास के लिए तोड़ने का फैसला लिया और आज तखतपुर के सबसे पुराने स्कूल को तोड़ा गया. जल्द ही इस जगह के लिए एक नई कार्ययोजना तैयार कर डेवलपमेंट किया जाएगा.
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