नई दिल्ली . दिल्ली में कोरोना (Corona) की बढ़ती रफ्तार एक बार फिर लोगों को डराने लगी है. दिल्ली में कोरोना के 416 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद संक्रमण दर 14.37 प्रतिशत पहुंच गई है. जो पिछले 7 महीने बाद सबसे अधिक है. इसके बाद राजधानी में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर 1216 हो गए हैं. इनमें 717 मरीज होम आइसोलेशन में जबकि 83 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी पर नजर रख रही है और हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. केजरीवाल ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन में संक्रमण से तीन मरीजों की मौत हुई है और ये लोग पहले से ही किसी अत्यंत गंभीर बीमारी से ग्रसित थे. उन्होंने कहा कि आकलन में पता चला है कि संक्रमित लोगों की मौत अन्य गंभीर बीमारियों के कारण हुई और उनकी मौत का मुख्य कारण कोविड नहीं था, लेकिन इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को कोविड संबंधी हालात पर एक समीक्षा बैठक की थी. जिसके बाद उन्होंने कहा कि चिंता करने की अभी कोई आवश्यकता नहीं है और शहर की सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है.
दिल्ली में कोविड मामलों की संख्या में धीरे-धीरे हो रही वृद्धि के बीच, चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस का नया XBB.1.16 वैरिएंट उछाल को बढ़ा सकता है. हालांकि, उनका कहना है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है और लोगों को कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना चाहिए और टीकों के बूस्टर शॉट्स लेने चाहिए. वे यह भी कहते हैं कि मामलों की संख्या में यह वृद्धि अधिक लोगों द्वारा एहतियात के तौर पर खुद का कोविड परीक्षण कराने का परिणाम हो सकती है, जब वे वास्तव में इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित हो जाते हैं और बुखार और संबंधित लक्षण विकसित होते हैं.