हैदराबाद। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी को शुक्रवार को घर में नजरबंद कर दिया गया ताकि उन्हें ‘रचबंद कार्यक्रम’ में भाग लेने के लिए भूपालपल्ली जाने से रोका जा सके।
जुबली हिल्स में कांग्रेस नेता के घर पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था क्योंकि वह राज्य सरकार द्वारा धान की खरीद नहीं किए जाने के कारण समस्याओं का सामना कर रहे किसानों के साथ बातचीत करने के लिए निकलने की तैयारी कर रहे थे।
किसानों की समस्याओं को उजागर करने के लिए राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत, विपक्षी दल ने शुक्रवार शाम भूपालपल्ली में रचबंद आयोजित करने की योजना बनाई। पुलिस का कहना है कि इस कार्यक्रम की इजाजत नहीं है।
रेवंत रेड्डी ने ट्विटर पर राज्य में तेलंगाना राष्ट्र समिति सरकार पर तंज कसा। उन्होंने अपने घर के आसपास तैनात पुलिसकर्मियों का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उनकी गतिविधियों को प्रतिबंधित किया गया था।
उन्होंने पूछा कि तेलंगाना तानाशाह शासन के तहत मेरे घर पर फिर से पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जिससे मैं किसानों से ना मिल सकूं। क्या यह अफगानिस्तान है,या उत्तर कोरिया है?
एक अन्य ट्वीट के जरिए टीपीसीसी अध्यक्ष ने आश्चर्य जताया कि क्या किसानों को सांत्वना देना अपराध है। उन्होंने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की आलोचना करते हुए कहा कि वह मंत्रियों और विधायकों के घरों में शादियों में शामिल होने या उन्हें सांत्वना देने के लिए घंटों बिता रहे हैं, लेकिन उनके पास धान और मिर्च के किसानों के लिए समय नहीं है, जो पीड़ित हैं।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी ट्विटर पर मुख्यमंत्री से पूछा कि वह इतने डरे हुए क्यों हैं। उन्होंने कहा कि आप वास्तव में सोचते हैं कि आप रेवंत रेड्डी और कांग्रेस को किसानों के लिए आवाज उठाने से रोक सकते हैं।
इस सप्ताह यह दूसरी बार था जब रेवंत रेड्डी को आयोजन में भाग लेने से रोका गया था। 27 दिसंबर को उन्हें सोमवार को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह मुख्यमंत्री के फार्महाउस पर धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करने के लिए एरावल्ली गांव जा रहे थे।
रेवंत रेड्डी ने इससे पहले मुख्यमंत्री के फार्महाउस पर धान की खेती की तस्वीरें जारी की थीं। कांग्रेस नेता ने कहा था कि एक तरफ मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सरकार किसानों से धान नहीं खरीदेगी, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने अपने फार्महाउस में 150 एकड़ में धान की खेती की है।