कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बयान जारी कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने सांसद के इस आचरण के लिए राज्य की जनता से माफी मांगे। सांसद महतो से इस्तीफा लिया जाये। सांसद महतो की छत्तीसगढ़ की लड़कियों के सम्बंध में की गई टिप्पणी बेहद आपत्तिजनक है। महतो ने राज्य की लड़कियों के सन्दर्भ में टिप्पणी करते समय शिष्टता और नैतिकता के सारे मापदण्डो को तोड़ते हुए महिलाओ के बारे में अपनी घटिया मानसिकता को उजागर कर दिया।
उन्होंने कहा कि अब राज्य में मुम्बई, कोलकाता से बालायें बुलाने की जरूरत नही पड़ेगी। यह सोचकर भी शर्म आती है कि यह बयान देश की सर्वोच्च पंचायत में बैठने वाले नेता की है। इस टिप्पणी से भारतीय जनता पार्टी के नेताओ का महिलाओं के प्रति घृणित सोच वाला नजरिया सामने आया है। महतो भाजपा के पहले नेता नही हैं जिसने राज्य की लड़कियों के बारे में ऐसी ओछी टिप्पणी किया है, इसके पहले भी राज्य के खेलमंत्री भैयालाल रजवाड़े भी लड़कियों के संदर्भ में अभद्र टिप्पणी कर चुके है।
वृद्धावस्था में पहुंच चुके भारतीय जनता पार्टी के नेता नैतिकता की सारी मर्यादाओं को लगातार पार करते है दुर्भाग्यजनक है कि भाजपा अपने इन अभद्र नेताओ के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उनके बचाव में सामने आती है। जब मंत्री भैयालाल ने ओछी टिप्पणी किया था तब पूरी भाजपा और सरकार उनके बचाव में सामने आयी थी, अब सांसद के बचाव में सामने आएंगे। दुर्भाग्यजनक है कि जिस समय महतो यह घटिया बोल, बोल रहे थे तब छजका नेता विधायक अमित जोगी और खेलमंत्री रजवाड़े भी उनके साथ मंच पर बैठे थे, इन लोगो ने मंच पर ही महतो को टोकना जरूरी नही समझा। महतो अनर्गल प्रलाप करते रहे ये लोग सुनते रहे तब इनका खून क्यो नही खौला ? कार्यक्रम के बाद प्रचार पाने बयानबाजी जरूर की गई, लेकिन राज्य की बच्चियों के बारे में सुनकर भी मंच साझा करना बंद नहीं किया।