कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण चल रहा है तो इधर ग्वालियर में भी भगवान राम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा आकर ले रही है। छत्तीसगढ़ के शबरी माता मंदिर में स्थापित होने वाली 25 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा ग्वालियर में बन रही है। भगवान राम की वनवासी स्वरूप वाली प्रतिमा पहली बार अंचल के खास मिंट पत्थर से बनाई जा रही है। राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा भगवान श्रीराम की प्रतिमा को आकार दे रहे हैं। 35 लाख की लागत से 2 महीने में बनकर तैयार होगी।
ग्वालियर शहर के रीजनल आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर में भगवान श्रीराम की मूर्ति तैयार हो रही है। वनवासी राम की इस मूर्ति की खासियत यह है कि इसके निर्माण में पहली बार ग्वालियर चंबल संभाग में पाए जाने वाले मिंट स्टोन का उपयाेग किया जा रहा है। इस हार्ड पत्थर से बनी मूर्तियां एक हजार साल तक खराब नही होंगी। नेशनल अवार्डी मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा और उनकी 16 सदस्यीय शिल्पियों की टीम इस मूर्ति काे आकार दे रही हैं। मूर्ति तैयार होने के बाद छत्तीसगढ़ के शबरी माता मंदिर में इसकी स्थापना की जाएगी।
फैक्ट फाइल
25 फीट लंबी मूर्ति
15 टन है प्रतिमा का कुल वजन
16 शिल्पियों की टीम मिलकर कर रही तैयार
3 चरणों में तैयार होगी मूर्ति
35 लाख रुपए आया खर्च
30 जून तक बनकर तैयार होगी मूर्ति,
3 माह में तैयार होगी मूर्ति, अभी 1 माह ही हुआ है काम शुरू हुए।
वनवासी भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनने की खबर लगने पर लोग अद्भुत प्रतिमा को देखने आ रहे हैं। अभी प्रतिमा के चेहरे का काम चल रहा है, लेकिन देखने वालों की भीड़ उमड़ रही है। लोगों का कहना है कि भगवान श्रीराम के स्वरूप को देखने आ रहे हैं। मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा का दावा है कि प्रदेश में पहली बार मिंट स्टोन से 25 फीट ऊंची और 15 टन वजनी भगवान श्रीराम की ये मूर्ति बनाई जा रही है। जो एक हजार साल तक सुरक्षित रहेगी।
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