अजय गुप्ता, कोरिया। अभी गर्मी का मौसम ठीक से आया भी नहीं है कि जंगल में पतझड़ के दौरान पेड़ों से गिरे पत्तों पर आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है. जिले के जंगल इन दिनों आग की चपेट में हैं. कोरिया डिविजन के वन परिक्षेत्र सोनहत और देवगढ़ परिक्षेत्र के जंगल भी आग की लपटों से सुरक्षित नहीं बच रहे हैं.
सोनहत परिक्षेत्र के कछाड़ी, पंडोपारा से लगे देवीधाम जंगल और पोड़ी गांव से लगे हुए जंगल और देवगढ़ परिक्षेत्र के भैंसवार और नवाटोला के जंगल में पिछले 2 दिनों से आग लगी हुई है. इससे वन का एक बड़ा हिस्सा जलकर खाक हो गया है. आग की चपेट में आने से जंगल में उगने वाले छोटे पेड़ों की हर साल बलि चढ़ जाती है. छोटे पौधे पूरी तरह से जलकर खाक हो जाते हैं. वहीं बड़े पेड़ भी आग से झुलस जाते हैं.
आग के कारण जमीन पर रेंगने और चलने वाले छोटे-छोटे जीव-जंतु भी जल जाते हैं. इधर लोगों द्वारा खबर कर दिए जाने के बावजूद जब तक वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचता है, तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुका होता है. वनों की सुरक्षा के लिए लगभग तीन महीने के लिए फायर वॉचर की नियुक्ति भी की जाती है, लेकिन ये सुरक्षाकर्मी कार्यस्थल से नदारद रहते हैं.
वन विभाग के अधिकारी जंगल मे आग लगने की वजह बढ़ती हुई गर्मी बता रहे हैं. कोरिया डीएफओ ईमो टेम्सु आऊ का कहना है कि महुआ के फूल को बीनने वाले ग्रामीण और यहां आने-जाने वाले लोग और पर्यटक भी आग के लिए जिम्मेदार हैं. हालांकि हर साल जंगल में लगने वाली इस आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की कोई ठोस पहल नज़र नहीं आती है.