प्रतीक चौहान. रायपुर. पिछले विधानसभा चुनाव में कद्दावर मंत्री राजेश मूणत को हराकर पश्चिम के तत्कालीन प्रत्याशी विकास उपाध्याय ने अपना परचम लहराया था. लेकिन इस विधानसभा चुनाव में पश्चिम में कांग्रेस का सूरज यानी विकास उपाध्याय मानो अस्त हो गया. हार की रिकार्ड का आलम ये है कि विकास को अपने वार्ड के लोगों ने भी पूरी तरह नकार दिया.
यही कारण है कि रायपुर विधानसभा के चारों सीटों में रायपुर पश्चिम ही एक मात्र ऐसी सीट है जहां एक भी वार्ड में कांग्रेस के प्रत्याशी विकास उपाध्याय को बहुमत नहीं मिला. बता दें कि रायपुर पश्चिम में कुल 21 वार्ड आते है, जहां सभी वार्डों में उन्हें हार मिली है. उन्हें मिली इस हार का अब कांग्रेस नेताओं ने हार की समीक्षा करनी शुरू कर दी है. बता दें कि विकास 41 हजार से ज्यादा वोटों से ये चुनाव हारे है.
6 मतदान केंद्रों में नहीं कर पाए दहाई का आंकड़ा
रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट में 6 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां विकास उपाध्याय दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए. इसमें 19 कोटा में उन्हें 91 तो भाजपा प्रत्याशी राजेश मूणत को 332 वोट मिले. 76 गुढ़ियारी में 87, 90 गुढ़ियारी में 94, 138 रामसागरपारा में 88, 181 कॉलेज वार्ड में 84, और 226 डगनिया में भी सिर्फ 71 वोट विकास को मिले, जबकि मूणत को क्रमश 178, 285, 307, 411, और 115 है. हैरानी की बात ये है कि 19 के 19 राउंड में किसी में भी उन्होंने लीड नहीं मिली. कुल मिलाकर विकास उपाध्याय 41 हजार 229 वोटों से उन्हें हार मिली है.
ये है रायपुर की बाकी तीन सीटों का हाल
राजधानी रायपुर के दक्षिण विधानसभा सीट की बात करें तो यहां भाजपा के कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल ने जीत का रिकार्ड बनाया है. बृजमोहन को 20 वार्डों में से 18 में बढ़त मिली. उत्तर की बात करें तो यहां भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा को 18 में से 14 वार्डों में बढ़त मिली. वहीं रायपुर ग्रामीण में भी मोतीलाल साहू ने सभी वार्डों में अच्छी सफलता अर्जित की.