पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिला मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की अधीक्षिका अमिता मेढे को सेवा से निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई विद्यालय में नियमों की अनदेखी और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर की गई है.

बता दें, फरवरी माह में अधीक्षिका के खिलाफ स्वेच्छाचारिता की शिकायत मिलने के बाद, कलेक्टर ने दो डिप्टी कलेक्टरों की टीम से जांच करवाई. जांच में पाया गया कि अधीक्षिका द्वारा छात्रावास परिसर में पुरुषों को प्रवेश दिया गया और अपने पति व देवर का जन्मदिन भी मनाया गया. इसके अतिरिक्त, विद्यालय में सामग्री की खरीद में नियमों का उल्लंघन और आर्थिक गड़बड़ियां भी सामने आईं. 

कलेक्टर ने जांच रिपोर्ट के आधार पर अधीक्षिका के निलंबन की अनुशंसा की थी, जिसे लोक शिक्षण संचालनालय ने स्वीकार करते हुए आधिकारिक निलंबन आदेश जारी कर दिया है. 

महिला नगर सैनिक की हत्या के कस्तूरबा विद्यालय के विवाद से जोड़ा जा रहा था तार:

गौरतलब है कि विद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं की शिकायत करने वाली महिला नगर सैनिक ओमिका ध्रुव की अचानक उसके पति द्वारा हत्या कर दी गई. लेकिन इसके पीछे भी निलंबित अधीक्षिका की बड़ी भूमिका बताई जा रही है.

दरअसल, मृत ओमिका ने पुरुषों के प्रवेश और वित्तीय गड़बड़ियों का विरोध किया था, जिससे अधीक्षिका से उसका विवाद हुआ था. इसके बाद 12 अप्रैल को उसके पति सोहन साहू ने अचानक ओमिका की हत्या कर दी. इस मामले में ओमिका के परिजनों का आरोप है कि दोनों ने करीब 10 साल पहले प्रेम विवाह किया था. सबकुछ ठीक था, लेकिन अधीक्षिका के साथ विवाद के बाद ही अचानक चरित्र शंका के चलते सोहन ने अपनी ओमिका को जान से मार दिया. मृतिका के परिजनों का आरोप था कि अधीक्षिका के लोगों ने ओमिका के खिलाफ उसके पति के कान भरे और भड़काया, जिससे आक्रोशित होकर सोहन ने ओमिका की हत्या कर दी.

17 अप्रैल को आदिवासी विकास परिषद ने जिलापंचायत सदस्य लोकेश्वरी नेताम और संजय नेताम के नेतृत्व में एसपी को ज्ञापन सौंपकर हत्या के पीछे गहरी साजिश की आशंका जताई थी. परिषद ने इस हत्या की गहन और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए इसे विद्यालय में हुए विवाद से जोड़कर देखने की बात कही है.