किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरन व्रत का आज 30वां दिन है. पटियाला के राजिंदर अस्पताल से डल्लेवाल का स्वास्थ्य जांचने जा रही डॉक्टरों की टीम का एक्सीडेंट हो गया. उनकी कार को गलत दिशा से आ रही एक स्कॉर्पियो ने टक्कर मार दी. हालांकि, सभी डॉक्टर सुरक्षित हैं और उन्हें मामूली चोटें आई हैं.
यह टीम पटियाला स्थित सरकारी राजिंदरा अस्पताल से थी. हादसा पटियाला के जोड़ामाजरा गांव के पास बुधवार सुबह हुआ. घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसे स्कॉर्पियो के पीछे चल रही कार के डैशबोर्ड कैमरे से रिकॉर्ड किया गया था. वीडियो में दिखता है कि स्कॉर्पियो एक बस के पीछे तेज गति से चल रही थी और अचानक गलत दिशा में मुड़ने के कारण सामने से आ रही दो गाड़ियों से टकरा गई.
वीडियो से स्कॉर्पियो चालक की लापरवाही स्पष्ट होती है. चालक ने बस को ओवरटेक करने की कोशिश की लेकिन अपनी गाड़ी को गलत लेन में ले जाकर हादसे का कारण बना.
डल्लेवाल का मरन व्रत और उनकी मांगें
जगजीत सिंह डल्लेवाल हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर पिछले 30 दिनों से मरन व्रत पर हैं. उनकी स्थिति बेहद गंभीर है. उनका वजन काफी कम हो गया है, और वह केवल पानी का सेवन कर रहे हैं. कमजोर इम्युनिटी के कारण उन्हें आंदोलन स्थल पर एक कांच के कमरे में रखा गया है ताकि संक्रमण से बचा जा सके.
नेताओं की मुलाकात और डल्लेवाल की चिट्ठी
अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत औजला ने खनौरी बॉर्डर पर जाकर डल्लेवाल से मुलाकात की. आम आदमी पार्टी पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा भी आज उनसे मिलने पहुंच रहे हैं.
डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार चिट्ठी लिखी है. उन्होंने चिट्ठी में कहा है कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट के आधार पर कानून बनाया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो सरकार उनकी शहादत की प्रतीक्षा करे. डल्लेवाल ने मरन व्रत खत्म करने से इनकार कर दिया है.