रायपुर. प्रतीक चौहान. तत्कालीन एसडीएम और वर्तमान अपर कलेक्टर पर 5 लाख रूपए लेकर नहर की जमीन का डायवर्सन किए जाने का आरोप लगा है. ये आरोप कोरिया अपर कलेक्टर अंकिता सोम पर लगा है और इसकी शिकायत आज सीकंदर खान नाम के एक शिकायतकर्ता ने कलेक्टर से की है. वहीं कलेक्टर ने भी शिकायत और इस मामले में जांच के बाद रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है.
इस मामले में लल्लूराम ने अपर कलेक्टर अंकिता सोम (Ankita Som) से उनका पक्ष लिया तो उनका कहना था इस मामले में पहले भी किसी ने शिकायत की थी, जिसके बाद जांच कमेटी गठित हुई थी. लेकिन अब तक इस मामले में कलेक्टर द्वारा गठित टीम ने उनका पक्ष नहीं लिया है और उन्होंने किसी भी शासकीय भूमि के डायवर्सन करने से इंकार किया है. उन्होंने 5 लाख रूपए लेने जैसे आरोपों को भी नकारा है. बता दें कि ये पूरा मामला कोरिया के कंचनपुर के स्थित भूमि जिसका खसरा नंबर 331/2 है.
वहीं शिकायतकर्ता का दावा है कि इसका मेज परियोजना मुआवजा किसान ने 1993 में ले चुका है. जिसके बाद ये जमीन शासकीय हुई. शिकायतकर्ता ने कोरिया कलेक्टर से इस पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. सूत्रों ने दावा किया है कि जिस जगह का डायवर्सन किया गया है वहां अब निर्माण शुरू हो गया है. लेकिन उसे अवैध बताकर उसके पिल्लर को तोड़ा गया और उसे नोटिस भी जारी की गई.
लल्लूराम के पास जो शिकायत पत्र है वो 17 सितंबर 2024 को हुई शिकायत का है. जबकि अपर कलेक्टर के मुताबिक इस मामले की शिकायत चंद महीनों पहले भी हो चुकी है और इस मामले में जांच कमेटी भी गठित हुई थी.
लेकिन सवाल ये है कि यदि जांच कमेटी गठित हुई तो अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई हुई और उक्त टीम ने इस मामले में वर्तमान अपर कलेक्टर अंकिता सोम से उनका पक्ष क्यों नहीं लिया ? इस मामले में जल संसाधन विभाग ने भी मीडिया से बातचीत में नहर की जमीन में अधिग्रहण करने की पुष्टी की है और विभाग ने कब्जा करने वाले लोगों को नोटिस भी जारी की है और इस मामले की पूरी जानकारी कलेक्टर को देने की बात कही है.