रमेश सिन्हा, पिथौरा– ग्राम जम्हर के एक फायर वाचर युवक को एक प्यासे भालू ने हमला कर मार डाला. घटना की खबर मिलते ही वन अफसर घटना स्थल पहुंच गए. मृतक वन विभाग में जंगल मे आग को रोकने के लिए फायर वाचर के पद पर दिहाड़ी मजदूर था. इस कार्य के साथ वह अपनी निजी किसानी भी करता था. वन विभाग ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए की तत्कालिक सहायता प्रदान की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की देर रात ग्राम जम्हर निवासी चमार सिंह ठाकुर (42) अपने खेत में प्रतिदिन की तरह मवेशी भगाने गया था. इस बीच एक विशालकाय भालू ने हमला कर दिया. चमारसिंह ने भालू के हमले से स्वयं को बचाने संघर्ष किया. चमार सिंह ने चीख कर ग्रामीणों को बचाने की अपील की, लेकिन ग्रामीण पहुंचते तब तक देर हो चुकी थी.
ग्रामीणों की आवाज सुनकर भालू घटना स्थल से भाग गया. ग्रामीणों ने बुरी तरह से घायल चमार को पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के सिर पेट और पैर को भालू ने बुरी तरह जख्मी कर दिया था.
क्षेत्र के जंगलों में गर्मी बढ़ते ही जलस्त्रोत सूख जाते हैं. जिससे जंगलों में पानी की कमी हो जाती है. पानी की तलाश में ही वन्य प्राणी जंगल के आस-पास के खेतों में ट्यूबवेल के पास एवं ग्राम के तालाबों तक पहुंच रहे हैं. इन स्थानों पर मानव देखते ही हिंसक प्राणी उन पर टूट पड़ते है. वहीं चीतल जंगली सुअर जैसे वन्य प्राणी शिकारियों का शिकार बन जाते हैं. इस तरह की घटनाएं प्रतिवर्ष घटित होती है. इसके बाद भी शासन द्वारा वनों में वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं की जाती.