उमरिया. बाघ को देखकर अच्छे-अच्छे के पसीने छूट जाते हैं. और अगर बाघ  किसी पर हमला कर दे तो बचने की संभावना भी शून्य हो जाती है. लेकिन मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक ऐसी घटना प्रकाश में आई है जिसे जानकार आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल यहां बांधवगढ़ के धमोखर रेंज बरबसपुर बीट की झांझहार नदी के किनारे एक तेंदूपत्ता तोड़ने गए शयाम लाल बैगा पर शनिवार को बाघ ने हमला कर दिया. लेकिन शयामलाल ने घबराने की बजाए बाघ से ही लोहा ले लिया.

बाघ के दोनों अगले पंजे श्यामलाल के कंधे पर थे. बाघ शयामलाल को दबोचने ही वाला था कि श्यामलाल ने बाघ पर ही हमला बोल दिया. आमतौर पर लोग ऐसा नहीं कर पाते हैं. पर श्यामलाल ने अपने बाएं हाथ में थामी कुल्हाड़ी का बेंत (हत्था) उसके जबड़े में डाल दिया. इससे बाघ दूर चला गया. घटना में श्यामलाल के कंधे और चेहरे पर चोट आई है.उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया है.

इस दौरान श्यामलाल के साथ अन्य लोग भी तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे. उन्होंने बताया कि बाघ ने पास में ही एक चीतल का शिकार किया था और वह आसपास सक्रिय था. इसके बारे में किसी को पता नहीं था. इसी बीच बाघ ने श्यामलाल पर हमला कर दिया. आशंका है कि श्यामलाल के हमले से बाघ के जबड़े में भी चोट आई है. यही वजह है कि बाघ की तलाश की जा रही है ताकि उसका उपचार किया जा सके.

इधर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर जमृदुल पाठक ने बताया कि घायल श्यामलाल का इलाज कराया जा रहा है और उसे हर संभव मदद प्रदान की जाएगी. बाघ की भी तलाश की जा रही है ताकि ये देखा जा सके कि उसे कहां चोट आई है.