इंजन में युवक का कटा सिर फंसा रहा और ट्रेन दिल्ली से 441 किलोमीटर दूर झांसी तक पहुंच गई. ट्रेन आगरा और ग्वालियर स्टेशनों पर रुकी लेकिन वहां किसी ने इंजन में फंसा सिर नहीं देखा. झांसी में एक कर्मचारी ने सिर देख कर सूचना दी तो हड़कंप मचा.
हजरत निजामुद्दीन से झांसी के बीच चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस दोपहर 1:15 बजे वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पहुंची. जहां प्वाइंट्समैन शंकर ने ट्रेन की रुटीन जांच के दौरान इंजन के बाहरी हिस्से में फंसा कटा हुआ इंसानी सिर देखा.
उसने डिप्टी एसएस राजीव श्रीवास्तव को सूचना दी. अज्ञात युवक का सिर इंजन में कैटल गार्ड के ऊपर दो राड के बीच फंसा था. जीआरपी ने सिर कब्जे में ले लिया. ट्रेन के ड्राइवर से पूछताछ हुई. उसने बताया कि दिल्ली से चलने वाली इस ट्रेन में आगरा में स्टाफ बदलता है. वह आगरा से ड्यूटी पर है. आगरा के बाद ट्रेन केवल ग्वालियर में रुकी. वहां से झांसी पहुंची. इस दूरी में कोई हादसा नहीं हुआ.
अब जीआरपी ने आगरा, ग्वालियर और दिल्ली सेक्शन से सम्पर्क किया तो पता चला कि तुगलकाबाद सेक्शन में एक युवक का क्षत-विक्षत धड़ ट्रैक पर पाया गया है. सिर उसका हो सकता है. ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया कि हजरत निजामुद्दीन से चलने के कुछ देर बाद गाड़ी रुकी थी. कुछ मिनट रुकने के बाद ट्रेन फिर चल पड़ी. संभव है उसी वक्त हादसा हुआ हो. जीआरपी हादसे और हत्या दोनों आशंकाओं के मद्देनजर जांच कर रही है.