गोपाल नायक, खरसिया. बिलासपुर से कांटा भाजी जाने वाली ट्रेन समय पर नहीं छुटने से यात्रियों ने भूपदेवपुर स्टेशन पर हंगामा कर दिया. यात्रियों ने ट्रेन की लेत-लतीफी पर जमकर नाराजगी जताई. यात्री ट्रेन के सामने खड़े हो गए और जिम्मेदार अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे. रेलवे के अधिकारी आरपीएफ और भूपदेवपुर पुलिस के साथ स्टेशन पर पहुंचकर आक्रोशित यात्रियों को पटरी से हटाया. आरपीएफ ने ट्रेन रोकने के आरोप पर दो लोगों को गिरफ्तार कर रायगढ़ ले गया.
बिलासपुर से कांटा भाजी जाने वाली ट्रेन नंबर 5821440 भूपदेवपुर स्टेशन पर 9 बजकर 12 मिनट पर आनी थी लेकिन ट्रेन स्टेशन पर 10 बजकर 45 मिनट पर पहुंचा. इसके बाद ट्रेन घंटेभर तक भूपदेवपुर स्टेशन पर खड़ी रही. इससे यात्री आक्रोशित हो गए. इंजन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे और ट्रेन को रोक लिया. ट्रेन देरी को लेकर यात्रियों ने कहा कि जो ट्रेन स्टेशन पर 2 मिनट तक रोकना था वो घंटेभर तक रोका गया. ट्रेन चांपा से भूपदेवपुर 1 घंटे में पहुंच जाता है, लेकिन घंटाभर यहीं हो गया. इसके बाद यात्री रेलवे अधिकारियों को बुलाने की मांग कर यात्री पटरी पर लेट गए. अधिकारियों के आने के बाद परेशान यात्री पटरी से हटे.
ट्रेन के देरी होने पर रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि सिग्नल नहीं मिल पाने के कारण सवारी गाड़ी आगे बढ़ाया नहीं जा सका. आगे बढ़ाने की बारी आई तब लोग इंजन के सामने पटरी पर आकर बैठ गए. इन यात्रियों को रायगढ़ आरपीएफ और भूपदेवपुर थाना पुलिस ने हटाया. इसके बाद भूपदेवपुर स्टेशन से 12 बजकर 40 मिनट पर कांटा भाजी के लिए ट्रेन रवाना किया गया.
ट्रेन को घंटों रोके रखने के कारण दो यात्रियों को आरपीएफ ने आरोपी बनाया है. दोनों यात्रियों को आरपीएफ प्रभारी एमएल रावत अपने साथ रायगढ़ ले गए. इस मामले पर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन विवेचना में होने के कारण किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई.