रामेश्वर मरकाम,धमतरी. इन दिनों ठगी के नए-नए पैतरें सामने आ रहे हैं. ताजा मामला धमतरी का है. यूं तो बैंक कर्मचारी आम जन की सुविधा और इमानदारी से कार्य करने के लिए होते हैं. लेकिन जब यही कर्मचारी लोगों से ठगी कर लें तो बात पचती नहीं है. ऐसा ही कुछ हुआ भारतीय स्टेट बैंक शाखा छाती के तहत आने वाले उप शाखा कंडेल के कियोस्क शाखा में. जहां पहले ग्रामीणों से विड्रॉल फॉर्म भरवा लिया गया और उसके बाद 10 लाख रुपए की ठगी की गई. पुलिस ने इस तरह से ठगी करने वाले तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल भारतीय स्टेट बैंक शाखा छाती के तहत आने वाले उप शाखा कंडेल के कियोस्क शाखा में नोटबंदी के दौरान ग्रामीणों ने अपने अपने खातों में पैसा जमा कराया था .जिसे कुछ महीनों बाद ग्रामीणों ने जरूरत पड़ने पर पैसे निकालन चाहा. लेकिन आरोपी उन्हें बार-बार ये कहकर वापस भेजते रहे कि कंप्यूटर में लिंक नहीं है. इतना ही नहीं आरोपियों ने पहले ही ग्रामीणों से विड्रॉल फॉर्म भी भरवा लिए.
इसके बाद जब ग्रामीण वापस बैंक अपना पैसा निकालने पहुंचे तो ये आरोपी उन्हे पैसा देना का झूठा आश्वासन देते रहे. लेकिन जब आरोपियों द्वारा बार ऐसा किया तो ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी. जिसके बाद पुलिस को 10 लाख रुपए गबन की जानकारी लगी.
पुलिस ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही शाखा के कर्मचारी भाग निकले थे. जिन्हें अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने तीन आरोपियों का नाम मोहित सिन्हा,अनुज साहू,कमलेश सिन्हा बताया है. बहरहाल पुलिस ने तीनों का जेल भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी है.