दिलशाद अहमद, सूरजपुर. विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है. विकास कार्यों से उपेक्षित सूरजपुर जिले के भटगांव विधानसभा के रसौकी गांव के ग्रामीणों ने मतदान नहीं करने के लिए बैठक किया है.बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि सरकार जहां विकास के लिए दावे करती है , वही चांदनी बिहार पुर के जंगली व बीहड़ ग्राम रसोंकी वासियों को जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा मूलभूल सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है. 20 नवंबर को होने वाले मतदान में ग्रामीणों ने बुधवार को बैठक कर, मतदान नहीं करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया है . इस गांव में 335 के लगभग मतदाता है.

सड़क नहीं होने के कारण  आवगामन के साधन नहीं है. जिसके कारण ग्रामीणों को चांवल लेने के लिए 25 से 30 किलोमीटर का करना पड़ता है सफर, ग्रामीणों का कहना है जंगली व बीहड़ क्षेत्र में बसे ग्राम रसोकी में सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्ठा नहीं की गई. सड़क का मुद्दा उठाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि बरसात के दिनों में हम सभी ग्रामवासियों को कैदी  का जीवन बिताना पड़ता है .

ज्ञापन  देने  के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई 

मतदान बहिष्कार का मन बना चुके ग्रामीणों ने कहा कि गांव में मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन को कई दफा ज्ञापन देकर समस्याओं को संज्ञान में लाया गया. मगर लापरवाह जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा गांव का विकास नहीं हो सका है. ग्रामीणों का कहना है कि जब शासन और प्रशासन के द्वारा हम सभी ग्रामीणों को जब मूलभूत सुविधाएं मुहैया होगी इसके बाद ही मतदान करेंगे.