रायपुर. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह मरकाम ने एक प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा कि जिस तरह हमारी पार्टी ने 2003 में कांग्रेस की सरकार को गिराया था. उसी तरह इस बार बीजेपी से साथ भी हो सकता है. हमारी पार्टी जिस पार्टी का समर्थन करेगी, उसकी ही सरकार छत्तीसगढ़ में बनेगी. इस तरह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने एक संकेत दिया है कि बीजेपी के साथ वह कुछ उलटफेर कर सकती है. इस दौरान मरकाम ने कहा कि बीजेपी धोखे में न रहे जिस प्रकार कांग्रेस को जनता ने धूल चटाया था वैसा ही इनका भी हश्र हो सकता है.
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद देश के आदिवासी और किसान को उम्मीद थी कि उनकी स्थिति में कुछ सुधार होगा. लेकिन छत्तीसगढ़ बनने के बाद आदिवासियों की जल जंगल जमीन छीन ली गई. सरकार ने आदिवासियों के लिए कुछ काम नहीं किया है. क्या सरकार का यही विकास का दावा है. धान का कटोरा कहे जाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केवल कागजी काम किया है. आदीवासी समाज 50 साल पीछे चला गया है. उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के कारण आदिवासी प्रताड़ना का शिकार हो रही है. सरकार इस मामले में चुप है. यहां तक की किसान कर्ज में डूब गया है. ग्रामीण इलाके के गांव बेरोजगार विहीन हो गए है. सरकार की गलत नीतियों के कारण आदिवासी और किसान लगातार कमजोर हो रही है. इसी वजह से किसान कर्ज में आकर आत्महत्या कर रहे है.
कांफ्रेंस के दौरान आगे उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बच्चियां गायब हो रही है, लेकिन सरकार इस पर रोक नहीं लगा पा रही है. केंद्र की सरकार उद्योगपतियों की कर्ज माफ कर रही है. पर अन्नदाता का कर्ज क्यों नहीं माफ कर रही है. सरकार खुद ही शराब बेच रही है इससे चिंतनीय विषय और क्या हो सकता है. किसान देश का स्मार्ट चेहरा है. इनके हित में काम नहीं होने पर जल जंगल जमीन के लिए दिल्ली तक आंदोलन किया जाएगा.
गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि आजकल गठबंधन को लेकर खूब चर्चा हो रही है. हमारे यहां केवल शादी के समय गठबंधन होती है. राजनीति स्कूल में नहीं गांव में सीखी जाती है. इशारों ही इशारों में हीरासिंह मरकाम ने कहा कि हम गठबंधन नहीं करेंगे हमें सीटों में हिस्सेदारी चाहिए. कांग्रेस अगर बात करेगी तो हम बात करेंगे. अभी गठबंधन को लेकर किसी प्रकार की चर्चा किसी से नहीं हुई है. हमने 11 प्रत्याशी घोषित कर दी है. 60 सीट पर चुनाव लड़ेंगे. जो हिस्सेदारी देगा उसके साथ जाएंगे.
जोगी के साथ जाने को लेकर उन्होंने कहा कि जोगी मेरे से राजनीति में जूनियर हैं, उनको जब जरूरत पड़ेगी तो वे याद करेंगे तब देखा जाएगा. सीटों की मांग को लेकर हीरा सिंह मरकाम ने पत्ते नहीं खोले है. अब देखना ये होगा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी किसके साथ गठबंधन करती है. या फिर किसी की नैया पार करती है और किसी की नैया डुबाती है.