रायपुर। भारत के समस्त केंद्रीय ट्रेड यनियनों, केन्द्र-राज्य कर्मचारियों, बैंक, बीमा, रक्षा, बीएसएनएल, कोयला, इस्पात, बिजली, पेट्रोलियम, परिवहन सहित तमाम संगठित-असंगठित हिस्से के मजदूर मोदी सरकार की मजदूर आम जनता विरोधी नीतियों बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ते ठेकाकरण, देश की अर्थव्यवस्था के गहरे संकट से चौतरफा कारखाना बंदी, छंटनी, उद्योग व्यापार के चौपट होने के खिलाफ 8 जनवरी को देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है. बीएमइस इस आंदोलन में शामिल नहीं होगा.

इसे प्रदेश में सफल बनाने की अपील करते हुए श्रमिक संगठनों ने 8 जनवरी को प्रदेश के व्यापारियों, किसानों, छात्रों से भी उस दिन अपना कार्य बंद रख हड़ताल को सफल बनाने की अपील की है. देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने आज छत्तीसगढ़ के केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की संयुक्त बैठक संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता ऐटक के राज्य महासचिव कामरेड हरनाथ सिंह व संचालन कामरेड धर्मराज महापात्र ने किया.

बैठक में सीटू के राज्य महासचिव एम के नंदी, ऐकटू के सचिव बृजेन्द्र तिवारी, इंटक के अध्यक्ष संजय सिंह, एच एम एस के कार्यकारी अध्यक्ष एच एस मिश्रा, केन्द्र कर्मचारी नेता दिनेश पटेल, हिरामन वैष्णव, छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राकेश साहू ,बैंक यूनियन के नेता गिरीश नालगुंड वार , बीमा यूनियन के नेता वी एस बघेल, अतुल देशमुख, बी एस एन एल के नेता एस सी भट्टाचार्य, रमेश आत्मपुज्य उपस्थित थे.

श्रम कानूनों में सुधार नई पेंशन योजना के खिलाफ, दलितों आदिवासियों, महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा व साम्प्रदायिकता के विरूद्ध, सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण के खिलाफ, संविधान तथा सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमलों के विरोध में हड़ताल की सफलता के लिए जनता के प्रतीक हिस्से से समर्थन की अपील की गई.