दिल्ली का मौसम तेजी से बदल रहा है. मौसम विभाग ने आगामी दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि की संभावना व्यक्त की है. इस अवधि में गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, रविवार को दिल्ली में पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक है. मौसम विभाग ने दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया है. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य भी अत्यधिक गर्मी से प्रभावित हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में इससे पहले 2022 में न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था. रविवार को अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है. इसके अलावा, दिल्ली में आर्द्रता का स्तर 63 प्रतिशत से घटकर 38 प्रतिशत तक पहुंच गया.
मौसम विभाग ने सोमवार, 21 अप्रैल को दिल्ली में आंशिक बादल छाने की संभावना व्यक्त की है. राष्ट्रीय राजधानी में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है.
42 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान
आईएमडी के अनुसार, अगले पांच दिनों तक दिल्ली का मौसम साफ रहेगा. तापमान में वृद्धि लोगों के लिए समस्या उत्पन्न कर सकती है, क्योंकि 26 अप्रैल तक तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है. राहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने अगले सप्ताह लू चलने की संभावना को नकारा है. हालांकि, न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि से गर्मी में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. हाल ही में हुई बारिश के कारण हवा में ठंडक बनी हुई है.
प्रदूषण से राहत
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, रविवार को शाम चार बजे शहर की वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में रही, जिसमें वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 140 दर्ज किया गया. वर्तमान में प्रदूषण में वृद्धि के कोई संकेत नहीं हैं. AQI के अनुसार, 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ स्थिति मानी जाती है.
कब किस राज्य में चलेगी लू
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को जानकारी दी कि अगले पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. इसके साथ ही, देश के विभिन्न हिस्सों में लू चलने की आशंका जताई गई है. IMD के अनुसार, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 22-24 अप्रैल, राजस्थान और हरियाणा में 23-24 अप्रैल, तथा विदर्भ में 21-23 अप्रैल के दौरान लू चलने की संभावना है. इस स्थिति को देखते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया गया है, और विभाग ने बुजुर्गों और बच्चों को गर्मी से बचने की सलाह दी है.
पूर्वोत्तर भारत में मंगलवार से भारी बारिश की एक नई लहर शुरू होने की संभावना है, जबकि पूर्वी भारत में अगले चार दिनों में तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. इससे पहले, 8 अप्रैल के आसपास गर्मी अपने उच्चतम स्तर पर थी, जब पश्चिमी राजस्थान में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था. इसके बाद, 9 से 12 अप्रैल के बीच और पिछले सप्ताह बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई. रविवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में 44.6 डिग्री सेल्सियस के साथ देश का सबसे गर्म स्थान दर्ज किया गया.
राजस्थान में भीषण गर्मी और लू का सितम
राजस्थान में अत्यधिक गर्मी का प्रकोप जारी है. पश्चिमी राजस्थान के जिलों जैसे जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर में अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है. पूर्वी राजस्थान में लू की स्थिति बनी रहेगी, साथ ही धूल भरी आंधी के आने की संभावना भी है. इस दौरान न्यूनतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. मौसम विभाग ने नागरिकों को गर्मी से बचने के उपाय करने की सलाह दी है.
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