सुशील खरे, रतलाम। रतलाम जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर आलोट के समीपस्थ ग्राम पालनगरा गांव में विगत दिनों एक महिला और ग्राम की अन्य महिलाओं के साथ विवाद हो गया था। मामला इतना बढ़ गया था कि दोनों पक्षों ने आपस में एक दूसरे पर क्रॉस केस दर्ज करवा दिया। इस मामले को लेकर एक पक्ष की महिला ने दूसरे पक्ष की महिला पर मोबाइल चोरी का आरोप लगाया। जिसके बाद मामला थाने जा पहुंचा। जहाँ दर्जनों ग्रामीण मोबाइल चोरी का आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करने थाने में इक्कठा हुए।
इधर मामला गंभीर होता देख एसडीओपी शाबेरा अंसारी,जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि कालू सिंह परिहार,जनपद पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह परिहार, राकेश दायमा,जनपद सदस्य प्रतिनिधि रमेश मालवीय सहित कई जनप्रतिनिधि भी आलोट थाने पर पहुंचे। जहां महिला लगातार अपना मोबाइल चोरी होने की बात कहती रही। पुलिस ने जब ग्रामीणों से मोबाइल के बारे में पूछा तो उन लोगों ने साफ मना कर दिया और कहा की हमने मोबाइल नहीं लिया। लेकिन महिला मोबाइल चोरी को लेकर ग्रामीणों पर इल्जाम लगाती रही। सभी लोगों के समझाने के बाद महिला ने एक शर्त रख दी कि अगर यह महिलाएं मंदिर पर चढ़कर बोल देगी कि मैंने मोबाइल नहीं लिया है तो मैं इस मोबाइल को भूल जाऊंगी।
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फिर क्या था, एसडीओपी शाबेरा अंसारी थाने में स्थित भोलेनाथ के मंदिर पर उन सभी महिलाओं को ले गई और वहां जाने के बाद महिलाएं भगवान भोलेनाथ के सामने मोबाइल नहीं ले जाने की बात कही। भगवान भोलेनाथ के सामने मोबाइल नहीं लेने की कसम खाने के बाद पूरा मामला शांत हो गया। बाद में पुलिस थाने के बाहर जमा भीड़ भी धीरे-धीरे घर चली गई। इस घटना से यह ज्ञात होता है कि आज भी भगवान पर लोगो की गहरी आस्था है, अगर मंदिर पर चढ़कर कोई अगर यह कह दे कि हां मैंने यह अपराध नहीं किया है तो ग्रामीण मान लेते हैं।
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