सावन का महीना यानि मानसून का मौसम, हर किसी को पसंद होता है क्योकिं इस दौरान सबको गर्मी से राहत मिलती है। बारिश में चारो ओर हरियाली का नजारा सबको प्रसन्न और उत्तसाहित कर देता है। अक्सर आपने देखा होगा पहले के समय में सावन की शुरुआत से लेकर हरियाली तीज तक हर जगह पेड़ों पर झूले लटक जाते थे, लेकिन आजकल हर कोई अपने कामो में व्यस्त है अधिकतर लोगों के पास झूला झूलने के लिए टाइम नहीं है। काफी कम लोग ही सावन के महीने में झूला झूलते नज़र आते हैं। भारत में अधिकतर बच्चे और महिलाएं सावन के महीने में झूला झूलना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं झूला झूलना सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है?झूला झूलने से ना केवल मूड अच्छा होता है, बल्कि बॉडी का वर्कआउट हो जाता है। आइए जानते हैं झूला झूलने से आपको सेहत से जुड़े कौन से फायदे हो सकते हैं जिन्हें जानकर आप यकीनन सावन के महीने में झूला झूलेंगे।

सावन महीने में झूला झूलने से मानसिक तनाव से बाहर निकला जा सकता है। जब आप सावन के महीने में प्रकृति के बीच झूला झूलने का मजा लेते हैं, तो तनाव दूर होता है। इससे मूड फ्रेश होता है, मन खुश होता है। यदि आप चिंता, उदासी के पल को भूलना चाहते हैं, तो झूला झूल सकते हैं।

मांशपेशियां होती हैं मजबूत

झूला झूलते समय आपको अपने पैरों के साथ ही पूरे शरीर से ताकत लगानी होती है। इससे आपकी मांसपेशियां मजबूत होती हैं। साथ ही शरीर के अन्य अंगों को भी लाभ मिलता है।

कन्सन्ट्रेशन पॉवर को बढ़ाने में मदद मिलती है

ध्यान केंद्रित करने में भी झूला आपकी मदद करता है। इससे आपके मन को शांति मिलती है साथ ही यह आपके कन्सन्ट्रेशन पावर को बढ़ाने में यह काफी असरदार माना जाता है।

आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करता है

झूला झूलने से आपका मनोबल बढ़ता है आप खुश और स्वस्थ महसूस करते हैं। झूले पर झूलते समय शरीर में शीतलता बढ़ती है।

शरीर का संतुलन सुधरता है

झूला झूलने से शरीर के संतुलन को बढ़ाने में मदद मिलती है और हड्डिया मजबूत होती हैं। साथ ही झूले पर झूलने से ह्रदय की कार्यक्षमता भी बढ़ती है और मस्तिष्क की क्रिया तेज हो जाती है।

अवेयरनेस बढ़ती है

झूला झूलने से अवेयरनेस बढ़ती है। दरअसल बॉडी जॉइंट्स में रिसेप्टर्स होते हैं और जब वह एक्टिव हो जाते हैं तो बॉडी को इंडिकेशन देना शुरु कर देते हैं। इसलिए जब आप पैरों से झूले को धकेलते हैं, तो आपकी बॉडी जॉइंट्स की एक्टिविटी पर ध्यान देने लगती है।ये एक्टिविटी कॉन्फिडेंस लेवल को बढ़ाने में भी मदद करती है।