सुप्रिया पांडे,रायपुर। क्रिसमस का त्यौहार आने में बस कुछ दिन ही शेष रह गए है और ये बात तो सभी जानते है कि ये त्यौहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है, लेकिन कुछ देशों में 7 जनवरी को क्रिसमस मनाया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि रूस समेत अन्य देशों में जूलियन कैलेंडर फॉलों किया जाता है. कैलेंडर के अनुसार क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाए जाने के बजाय 7 जनवरी को मनाया जाता है.
आपको बता दें कि पोप ग्रेगोरी ने ग्रेगोरियन कैलेंडर बनाया थाल और उस कैलेंडर के हिसाब से 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाता है. पोप ग्रेगोरी कैलेंडर और जूलियन कैलेंडर के बीच में 13 दिन का अंतर है. इस हिसाब से अगर देखा जाए तो अलग-अलग कैलेंडर को फॉलो करने वाले लोग अलग-अलग दिन त्यौहार मनाते है. ईसाई धर्म के लोगों के लिए क्रिसमस सबसे खास त्यौहार मनाया जाता है. जिसके लिए पहले से ही काफी तैयारियां भी की जाती है.
सिर्फ तारीख ही नहीं बल्कि अलग-अलग देशों में क्रिसमस के त्यौहार को मनाने का तरीका भी अलग होता है. कुछ लोग जुलूस निकालकर समुद्र, नदी या झील तक जाते है तो कही बर्फ में गड्ढा कर दिया जाता है इस रस्म को ब्लेस द वॉटर भी कहा जाता है. वैसे बाकि जगहों में गिफ्ट देना उतना महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है.