अपने जीवन में आपने मंदिरों में होने वाले कई तरह के चमत्कारों के बारे में सुना होगा. लेकिन आपको प्रेमियों के मंदिर के बारे में शायद ही पता होगा. भारत देश में एक ऐसा मंदिर मौजूद है, जहां घर से भागे हुए प्रेमियों को शरण दी जाती है. इस मंदिर को प्रेमियों का मंदिर कहा जाता है. इस मंदिर से जुड़ी खास बातों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.

बता दें कि ये मंदिर देवभूमि हिमाचल प्रदेश में मौजूद है. हिमाचल प्रदेश में देवता की परंपरा का सदियों से निर्वहन होता आ रहा है. यही कारण है कि उनके कानूनों का भी सख्ती से पालन किया जाता है. हिमाचल के कुल्लू में मौजूद शंगचूल महादेव मंदिर में भी ऐसा ही होता आ रहा है. यहां की परंपरा काफी ज्यादा अलग है. इस मंदिर में घर से भाग कर आए प्रेमियों को शरण दी जाती है.

इतना ही नहीं देवता खुद उन प्रेमी जोड़ों की रक्षा यहां करते हैं. मान्यताओं के अनुसार, यहां देवता किसी भी प्रेमी जोड़ों को मुसीबत का सामना नहीं करने देते हैं, इतना ही नहीं उन जोड़ों को मारपीट से भी वह बचा कर रखते हैं. बता दें कि ये मंदिर काफी ज्यादा दायरे में फैला हुआ है. बताया जाता है कि 385 बीघा भूमि पर यह मंदिर और परिसर फैला हुआ है. इसके अंदर आने के बाद ही प्रेमी जोड़ों को शरण दी जाती है.

खास बात यह है कि इस मंदिर में किसी भी पुलिस, होमगार्ड और फॉरेस्ट गार्ड को वर्दी पहन कर नहीं आने दिया जाता है. यहां उनकी एंट्री पर रोक है, क्योंकि यह देवता का क्षेत्र है. इस वजह से यहां वर्दी में आने वाले सभी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है. इसी के साथ शराब पीकर आने वालों पर भी यहां रोक है.

अगर कोई व्यक्ति देवता के इस कानून को तोड़ता है तो उस पर आसमानी बिजली गिरती है. यह देवता का दंड माना जाता है. इसलिए स्थानीय लोग कानून का सख्ती से पालन करते हैं. जानकारी के मुताबिक, भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है. दूर-दूर से सैलानी दर्शन करने के लिए आते हैं. वहीं सबसे ज्यादा प्रेमी जोड़े भी इस मंदिर में आते हैं.