सुरेंद्र जैन, धरसीवां. राजधानी रायपुर से महज दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित धरसीवां विधानसभा के चिखली गांव में सड़क का हाल बेहाल है. यहां के श्मशान घाट पहुंच मार्ग पर घुटनों तक कीचड़ है. शव कंधे पर ले जाते समय फिसलकर गिरने का डर बना रहता है. इस समस्या को दूर करने न जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे न जिम्मेदार अफसर सुध ले रहे. अब ग्रामीण बस एक ही कामना कर रहे कि भगवान इस वर्षा ऋतु में बख्श देना, चिखली के किसी भी इंसान को बारिश के मौसम में अपने पास मत बुलाना वरना पता नहीं एक के साथ कितने और चले जाए.
लल्लूराम डॉट कॉम के संवाददाता की नजर जब कीचड़ भरी सड़क पर पड़ी तो उन्होंने यहां की तस्वीर अपने कैमरे में कैद की.
सांकरा से पठारीडीह मार्ग पर बसे चिखली गांव में एक तरफ छोकरा नाला तो दूसरी तरफ खारुन नदी है. छोकरा नाले के समीप से ही श्मशान घाट का मार्ग है. इस मार्ग की लंबाई कोई खास अधिक नहीं है. बाबजूद इसके न तो कभी जिम्मेदार अधिकारियों ने इस मार्ग का सीमेंट कांक्रीटीकरण करने का प्रयास किया न ही ग्राम पंचायत ने इस समस्या को दूर करने कोई विशेष रुचि दिखाई. परिणामस्वरूप श्मशान घाट का मार्ग हर साल वर्षा ऋतु में घुटनों तक कीचड़ से भर जाता है, जहां लोगों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है.


चिकनी मिट्टी के साथ कीचड़ युक्त इस मार्ग पर बारिश में ट्रैक्टर तक चलना मुश्किल हो रहा है. जो लोग किसी के शव को कांधा देकर इस मार्ग पर चलते हैं तो उन्हें मृत्यु का भय सताता है. किसी की मौत होने पर श्मशान घाट तक अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी कंडा पहुंचाना भी मुश्किल हो जाता है. ग्रामीण ईश्वर से कामना करते हैं कि हे भगवान वर्षा ऋतु में बख्श देना. किसी को मृत्यु मत देना वरना घुटनों तक कीचड़ कहीं अंतिम संस्कार में जाने वालों का भी अंतिम संस्कार न करा दे.
भुगतान न होने से रुका सड़क बनाने का काम
इस मामले में पूर्व उपसरपंच रोशन पूरी गोस्वामी ने बताया कि उनके कार्यकाल में मनरेगा के तहत श्मशान घाट पहुंच मार्ग को मिट्टी मुरूम का बनाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन मनरेगा से भुगतान न मिलने के कारण काम पूरा नहीं हो सका था. इस कारण समस्या जस की तस बनी हुई है.
दो दर्जन किसानों के लिए भी अभिशाप
चिखली का यही शमशान घाट मार्ग आगे गांव के किसानों की जमीन तक गया है. करीब डेढ़ दर्जन किसानों की लगभग ढाई एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि इसी मार्ग पर स्थित है, लेकिन बारिश के मौसम में घुटनों तक कीचड़ होने से किसानों को खाद बीज ले जाने में बहुत परेशानी हो रही है. इसके बावजूद जिम्मेदार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
जनपद सीईओ ने कहा – टीम भेजकर समस्या का समाधान कराएंगे
इस संबंध में जब जनपद पंचायत की प्रभारी सीईओ रूपाली सोनी ने कहा कि लल्लूराम डॉट कॉम के माध्यम से समस्या की जानकारी मिली है. इस पर संज्ञान लेकर कल ही मौके पर टीम भेजकर जांच कराएंगे और इस समस्या को हल कराने का प्रयास करेंगे.
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