रायपुर। आज सबसे बड़ी जरूरत उच्च शिक्षा में गुणवत्ता सुनिश्चित करने की और उच्च शिक्षा को वास्तविक जरूरतों से जोड़ने की है. शिक्षा के माध्यम से युवाओं के दृष्टिकोण को व्यापक करने की भी आवश्यकता है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थायाओं, अनुसंधानकर्ताओं, नवाचार करने वालों और प्राध्यापकों को ऑरोपाथ ग्लोबल अवार्ड 2019 से  सम्मानित करते हुए कही.

ऑरोपाथ सर्विस ट्रस्ट और श्री अरविंदो सोसाइटी द्वारा यह अवार्ड शैक्षणिक संस्थाओं में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के सुधार, विद्यार्थियों की रोजगार दक्षता बढ़ाकर उन्हें भावी जीवन के लिए तैयार करने और अध्ययन-अध्यापन में नवाचार के माध्यम से उत्कृष्टता हासिल करने के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है. सायाजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में 15 श्रेणियों में ग्लोबल अवार्ड वितरित किए गए. कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर महर्षि अरविंद योगी का स्मरण करते हुए कहा कि वे एक क्रांतिकारी थे, उनके जीवन की एक घटना ने उन्हें आध्यात्मिकता की ओर मोड़ दिया. उन्होंने लंबे समय तक आध्यात्मिक साधना की. महर्षि अरविंदो ने अध्यात्मिक से मानसिक उच्च स्तर को प्राप्त किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव सेवा हमारा लक्ष्य होना चाहिए. हमें अपनी शक्तियों को पहचान कर समाज , राज्य और देश के नवनिर्माण में योगदान देना चाहिए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी, ऑरोपाथ के समरेंद्र घोष , डॉ इन्द्राणी, श्रीमती स्मृति और सुश्री शुभांगी और अन्य उपस्थित थे.