रवि साहू, नारायणपुर। मौसम के करवट बदलते ही अस्पताल में आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी. यह संक्रमण जिले में किसी को भी न छोड़ते हुए बच्चे, युवा समेत सभी को अपने चपेट में लेकर तेजी से फैल रहा है. लेकिन समस्या के बढ़ने के बाद भी जिला अस्पताल में इस संक्रमण से लड़ने की तैयारी नजर नहीं आ रही है.

आई फ्लू ग्रसित कुछ लोगों ने बताया कि इलाज करवाने जिला अस्पताल में न तो नेत्र रोग का डॉक्टर है, न ही इस संबंध में कोई दवा देने वाला है. अपने बेटे का इलाज करने आए पिता ने बताया कि आई फ्लू के उपचार के लिए कोई नेत्र रोग विशेषज्ञ नहीं मिला तो उसने शिशु रोग विशेषज्ञ को दिखाया, जिसने आई फ्लू के बजाय सर्दी-खांसी का दवाई लिख दिया.

शहरवासियों का कहना है कि बीमारी एक ओर जहां लगातार फैलती जा रही है, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग इस संक्रमण से बचने के लिए ना तो किसी प्रकार का जागरूकता अभियान चला रहा है, और न ही किसी प्रकार का बचाव का तरीका बता रहा है.

इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से चर्चा करने से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कॉल रिसीव करना तक गंवारा नहीं किया. इसके अलावा व्हाट्सएप मैसेज का भी कोई रिप्लाई नहीं दिया गया. इससे स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवालिया निशान खड़े होते नजर आ रहे हैं.