अभिषेक सेमर, तखतपुर. छत्तीसगढ़ गृह निर्माण बोर्ड में सरकारी आवास निर्माण की गुणवत्ता में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. सरकारी अधिकारी-कर्मचारी के लिए इस भवन को बनाया गया था, लेकिन वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. इस भवन की छत से सीपेज हो रहा, कई मकानों में बिजली फिटिंग भी नहीं हुई है. पानी की भी समस्या बनी हुई है. अधिकारी-कर्मचारी मजबूरी में यहां जीवन काट रहे.

यू तो सरकारी अधिकारी कर्मचारी को ब्लॉक मुख्यालय में रहने के लिए हाउसिंग बोर्ड डिपार्टमेंट की तरफ से जिले के तखतपुर स्थित ग्राम लिदरी में सरकार आवास निर्माण कराया गया है. ये प्रोजेक्ट तखतपुर में पिछले एक दशक से चल रहा है, लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी ये पूरा नहीं हो सका है. अधूरे स्थिति में ही अपनी टोपी लोक निर्माण विभाग को पहनाकर हाउसिंग बोर्ड डिपार्टमेंट ने किनारा काट लिया है और आज वहां रह रहे सरकारी अधिकारी-कर्मचारी के परिवार डर में रहने को मजबूर हैं.

44 में से 22 परिवार हो चुके हैं शिफ्ट
एक दशक में पांच ब्लॉक में 44 परिवारों के लिए आवास निर्माण कराया गया है, जिसमे सभी 44 परिवारों को अलॉट हुआ है, जिसमें आधे लोग शिफ्ट हो चुके हैं. अधिकारी-कर्मचारी सरकारी आवास को दुरुस्त कराने के लिए इस विभाग से उस विभाग के चक्कर काट रहे हैं. इस मामले में लल्लमराम डाॅट काॅम की टीम ने संबंधित अधिकारी-कर्मचारी से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने जानकारी देने से इंकार कर दिया.

बाउंड्रीबॉल नहीं बनाने से असुरक्षित
हाऊसिंग बोर्ड द्वारा निर्माण कराए आवास में रहने वाले ओम राजपूत ने बताया कि विभाग द्वारा भवन निर्माण करवाते समय बाउंड्रीबॉल का निर्माण नहीं कराया गया है. इससे यहां राह रहे परिवार अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे. उन्हें इस बात की चिंता हमेशा बनी रहती है कि चोरी जैसी या कोई अन्य घटना घटित ना हो.

ठेकेदार व संबंधित विभाग पर कार्रवाई की मांग
हेमंत पटेल ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड द्वारा निर्माण कराए गए आवास से लगातार छत से सीपेज हो रहा है. साथ ही बाथरूम में प्लम्बिंग का कार्य ठीक से नहीं किया गया, जिससे लगातार सीपेज आ रहा है. इसके कारण यहां रहने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस निर्माण कार्य की सम्पूर्ण जिम्मेदारी ठेकेदार व संबंधित विभाग की है, जिस पर जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए.


बरसात में आने-जाने में होती है दिक्कत
सरकारी आवास में रहने वाले रघुवीर साहू ने बताया कि निर्माण भवन में बिजली फिटिंग कार्य आधा अधूरा किया गया है. साथ ही बाथरूम में जो टाईल्स लगा है वो गलत तरीके से लगा है, जिसका पानी निकासी नहीं होता. पानी रूम के अंदर भर जाता है. बरसात में आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. साथ ही कोई दुर्घटना होने का डर बना रहता है. विभाग इस ओर जल्द ही ध्यान दें, जिससे हमको हो रही परेशानियों से निजात मिल पाए.

शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
मुकेश कुमार नागवंशी ने बताया कि गर्मियों के दिनों में बोर फेल होने से पानी की काफी दिक्कत होती है, जिसकी शिकायत लगातार अपने उच्च अधिकारियों को कर रहे हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

अफसर बोले – समस्याओं का समाधान किया जाएगा
इस मामले में अनुविभागीय अधिकारी महेश शर्मा ने कहा कि संबंधी विभाग से पत्र के माध्यम से जवाब मांगा गया है. वहां रह रहे सरकारी अधिकारी-कर्मचारी के परिवारों को हो रही समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा. निर्माण कार्य की जांच कर संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी.