नई दिल्ली . राजधानी दिल्ली में अगले छह दिन खराब हवा से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, छह दिन हवा खराब या बेहद खराब श्रेणी में ही रहेगी. हालांकि, दिनभर धूप के चलते रविवार की तुलना में सोमवार को प्रदूषण के स्तर में थोड़ी कमी आई है.
तापमान में गिरावट और ठंड की शुरुआत में दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार सामान्य से ज्यादा बना हुआ है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 263 के अंक पर रहा. इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है. एक दिन पहले यानी रविवार को यह सूचकांक 313 के अंक पर यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा था. यानी चौबीस घंटे के भीतर इसमें 50 अंकों का सुधार हुआ है, लेकिन अभी यह खराब श्रेणी में बना हुआ है.
मानक से ज्यादा दूषित
हवा में पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 का स्तर 60 से नीचे रहने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है. दिल्ली की हवा में अभी मानकों से दोगुना प्रदूषण मौजूद है. दिल्ली का शादीपुर क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा. यहां का सूचकांक 342 के अंक पर रहा. वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक प्रदूषण का स्तर खराब या बेहद खराब श्रेणी में बना रहने की संभावना है.
संवेदनशील अफसरों की नियुक्ति हो : गोपाल राय
दिल्ली सचिवालय में सोमवार को बुलाई बैठक में कुछ उच्च अधिकारियों के शामिल न होने पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने नाराजगी जताई. उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर इस घटना का जिक्र करते हुए ऐसे अधिकारियों की तैनाती करने मांग की है जो प्रदूषण के प्रति संवेदनशील हों. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि इस अति महत्वपूर्ण बैठक में पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव एके सिंह, डीपीसीसी चेयरमैन व राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव अश्विनी कुमार, परिवहन विभाग के आयुक्त और प्रमुख सचिव आशीष कुंद्रा अनुपस्थिति रहे.