रायपुर- मकर संक्रांति को पुण्य पर्व माना जाता है. कहा जाता है कि इस पर्व से शुभ कार्यों की शुरूआत होती है. मकर संक्रांति से ही सूर्य उत्तरायण होता है. शुभता, आजादी और खुशी के इस प्रतीक दिन में तिली-गुड़ की मिठास के साथ आइए रंग बिरंगे पतंग उड़ाकर उल्लाख बिखेरेंगे.
दानी केयर मल्टीस्पेशलिटी हाॅस्पिटल और श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन के सहयोग से राज्य का नंबर वन न्यूज वेब पोर्टल www.lalluram.com मकर संक्रांति के पावन अवसर पर 14 जनवरी 2021 को ‘पतंग उत्सव’ का आयोजन करने जा रहा है. पतंग महज आसमान में उड़ने वाला कागज का टुकड़ा ही नही. यह वह है जो जिन्दगी जीने का ढंग सिखाती है. पतंग अपने सतरंगी रंगों से जीवन के सम्पूर्ण रंग बताती है. पतंग ही है, जो विश्वास और हौसलों की डोरी से अनंत आसमां को छूने का संदेश देती है. तो आइए कटोरातालाब स्थित केटी गार्डन में होने वाले इस ‘पतंग उत्सव’ मेंं, जहां हम और आप मिलकर पतंग से बिखरी सतरंगी छटाओं का लुत्फ उठाएंगे. साथ ही पिठुल, मटका फोड़, जैसे कई दूसरे खेल, खेलकर बचपन को खुलकर जिएंगे.
भगवान राम से जुड़ी है परंपरा
मकर संक्रांति के पर्व पर पतंग उड़ाने का वर्णन रामचरित मानस के बालकांड में मिलता है. तुलसीदास ने इसका वर्णन करते हुए लिखा है कि ‘राम इन दिन चंग उड़ाई, इंद्रलोक में पहुंची जाई’ मान्यता है कि मकर संक्रांति पर भगवान राम ने अपने तीनों भाइयों और हनुमान जी के साथ पतंग उड़ाई थी. उस दिन से मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा चली आ रही है.
ये हैं हमारे सहयोगी
राज्य का नंबर वन न्यूज वेब पोर्टल लल्लूराम डाॅट काॅम द्वारा आयोजित किए जा रहे ‘पतंग उत्सव’ में We Care सुपरस्पेशियलिटी हाॅस्पिटल के साथ-साथ रामकृष्ण केयर हाॅस्पिटल, गाला दूध, कलिंगा यूनिवर्सिटी, हाॅरीजोन हाॅस्पीटल, रियल बजट डाॅट काम और जयंती भाई (स्वीट एंड नमकीन) की सहभागिता है.