सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना संकट के बीच मंदिरों को जरूर खोल दिया गया है, लेकिन अभी भी फूल बेचने वाले छोटे व्यापारी भी इसकी मार झेल रहे हैं. सावन का महीना शुरु हो गया है और इसी महीने में मंदिरों में चढ़ने वाले पूजा सामग्री और फूलों की सबसे अधिक बिक्री होती है, लेकिन इस बार मंदिरों में फूलों का चढ़ावा नहीं होने की वजह से बिक्री न के बराबर हो गई है. जिससे छोटे व्यापारियों को जीवन यापन करना मुश्किल हो चला है.

रायपुर के फूल बेचने वाले राहुल का कहना है कि पहले सावन माह का इंतजार रहता था, कि जब ये माह आएगा तो अच्छी बिक्री होगी, क्योंकि इन्ही अवसरों पर हमारी अधिक बिक्री होती है, लेकिन कोरोना की वजह से अब कोई फूल भी लेने को तैयार नहीं है. मंदिरों में फूलों का चढ़ावा भी नहीं करने दिया जा रहा है. इसलिए हम फूलों को ज्यादा दिन तक स्टोर भी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि वो खराब हो जाते है. यही वजह है कि इस सीजन ज्यादातर खाली ही बैठना पड़ रहा है.

दूसरे व्यापारी राम यादव का कहना है कि पहले रोजाना करीब 500 से 1 हजार की बिक्री होती थी, लेकिन अब महज 100 रुपए की बिक्री ही मुश्किल से हो रही है. पहले हम त्यौहार का बेसब्री से इंतजार करते थे, अब त्यौहारों में भी हमारी बिक्री नहीं हो रही है. ऐसे में हम क्या करें और कहां जाएं.