प्रदीप गुप्ता, कवर्धा /रायपुर। धान खरीदी को लेकर किसानों में भारी नाराजगी और आक्रोश है. प्रदेश के कई जिलों से किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन की खबर आ रही है. कवर्धा जिले में आक्रोशित किसानों ने तहसीलदार को ही बंधक बना लिया.
मामला दशरंगपुर चौकी के पनेका खऱीदी केन्द्र का है. किसानों को धान खरीदी केन्द्रों में आ रही परेशानियों की खबर के बाद सरकार ने मुख्य सचिव को मौके पर जाकर समस्याओं का समाधान निकालने का आदेश दिया गया है. जिसके बाद सभी जगह अधिकारी निरीक्षण के लिए धान खऱीदी केन्द्र पहुंच रहे हैं. तहसीलदार मनोज रावटे सोमवार की सुबह ग्राम पानेका निरीक्षण के लिए पहुंचे.
तहसीलदार को देखते ही आक्रोशित किसानों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे और तहसीलदार का बंधक बना लिया. किसानों का कहना था कि जब तक मीडियाकर्मी नहीं पहुंचेंगे तक तक तहसीलदार को नहीं छोड़ा जाएगा. तहसीलदार को बंधक बनाए जाने की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा गया वहीं धान खरीदी के नोडल अधिकारी अनिल सिरदार मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाइश देकर उन्हें शांत कराया.
किसानों का कहना है कि पहले एक एकड़ में 15 क्विंटल लेने को सरकार ने घोषणा की थी. जिसके बाद प्रति क्विंटल 7 एकड़ धान लेने की बात कही जा रही हैं. किसानों का कहना है कि सरकार ने काफी विलंब से धान खरीदी शुरु की है और 15 फरवरी तक ही लिया जाएगा. सरकार के नए नियम की वजह से भारी नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वे चक्काजाम करेंगे.
आपको बता दें कवर्धा के साथ ही बेमेतरा, मुंगेली, राजनांदगांव, रायपुर, गरियाबंद सहित कई जगहों से किसानों की नाराजगी की खबर आ रही है. बेमेतरा में आक्रोशित किसानों ने चक्काजाम किया था. राजधानी रायपुर के आरंग में भी किसानों ने भी प्रदर्शन कर नारेबाजी की. मुंगेली के लोरमी में भी किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया, राजनांदगांव के मोहला मानपुर में किसानों ने नाराजगी जाहिर करते हुए धरना प्रदर्शन किया. गरियाबंद जिले में किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. यहां कई गांवों के लोगों ने बहिष्कार का निर्णय लिया है..